भोपाल: मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में शिवराज-सिंधिया की जोड़ी चली है। अब तक 25 सीटों के नतीजे आ गए हैं। इनमें 17 पर बीजेपी और 8 पर कांग्रेस जीत चुकी है। बीजेपी 2 और कांग्रेस 1 सीटों पर आगे चल रही है। 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में इन 28 में से 27 सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। कुल मिलकर मध्यप्रदेश में यह बीजेपी की बम्पर जीत है और इसके साथ ही शिवराज सिंह चौहान की सरकार को बहुमत मिल गया है.
2 पूर्व मंत्रियों समेत शिवराज सरकार के 14 मंत्री चुनाव मैदान में उतरे थे। इनमें से 11 मंत्री जीत चुके हैं या जीत के करीब हैं। उधर, डबरा, दिमनी और सुमावली सीट में बड़ा उलटफेर हो गया। डबरा से मंत्री इमरती देवी, सुमावली से एंदल सिंह कंसाना और दिमनी से गिर्राज दंडोतिया चुनाव हार गए हैं।
कमलनाथ ने हार स्वीकारी, कहा-जनादेश शिरोधार्य
उपचुनाव के नतीजों पर कमलनाथ ने कहा- हम जनादेश को शिरोधार्य करते हैं। हमने जनता तक अपनी बात पहुंचाने की पूरी कोशिश की। हम विपक्ष में रहकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाएंगे। जनता के हित के लिए हमेशा खड़े रहेंगे। उधर, मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर कहा-मैं सभी जीते हुए प्रत्याशियों को शुभकामनाएं देता हूं। आप सभी समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए कमर कस लें। जो सफल नहीं हो पाए, वे हताश न हों, जनता के हित के लिए आपका संघर्ष जारी रहे।
कमलनाथ और दिग्विजय गद्दार: ज्योतिरादित्य
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उपचुनाव के रिजल्ट के बाद एक बार फिर कमलनाथ और दिग्विजय पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- नतीजों ने साबित किया है कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह गद्दार हैं। सिंधिया ने समर्थन के लिए मध्य प्रदेश की जनता को शुक्रिया अदा किया। दरअसल, बीजेपी में शामिल होने के बाद लगातार कांग्रेस नेता उन्हें गद्दार कहते थे।
बीजेपी की सबसे छोटी और बड़ी जीत
भांडेर सीट पर बीजेपी की रक्षा संतराम सिरोनिया ने सबसे छोटी जीत दर्ज की। रक्षा ने महज 161 वोटों से कांग्रेस के फूलसिंह बरैया को हराया है। वहीं, सांची में बीजेपी प्रत्याशी और मंत्री प्रभुराम चौधरी ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। प्रभुराम को 1 लाख 15 हजार 511 वोट मिले। उन्होंने 63 हजार 809 वोटों के अंतर से कांग्रेस के मदन लाल चौधरी को हराया है।