भोपाल : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए पुरानी फोटो शेयर करने पर सियासी बवाल शुरू हो गया. इस तस्वीर पर दोनों पार्टियों के नेताओं ने जमकर छीटाकसी की. दरअसल प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के ट्विटर पर विश्व योग दिवस पर उनके योगासन करने संबंधी तस्वीर एक वर्ष पुरानी है. उन्होंने कहा कि जनता के साथ फर्जीवाड़ा करते करते कांग्रेस के बड़े नेता निजी जीवन में भी उसे आत्मसात करने लगे हैं.
बता दें 21 जून 2019 को भी कमलनाथ ने मुख्यमंत्री रहते सीएम हाउस में योग करते हुए यही फोटो ट्वीट किया था. और वही तस्वीर आज भी शेयर की गई है. विजयवर्गीय ने कहा कि मजेदार बात तो यह है कि इस वर्ष यानी 21 जून 2020 को कमलनाथ मुख्यमंत्री नहीं है और वे मुख्यमंत्री आवास को खाली भी कर चुके हैं. फिर भी आज उनके ट्विटर हैंडल से वही एक साल पुराना चित्र जारी किया गया है, जो मुख्यमंत्री आवास का है.
डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कमलनाथ द्वारा जारी योगासन चित्र के बारे में कहा है कि पिछले वर्ष जब वे मुख्यमंत्री थे, तब 21 जून को आयोजित अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस के सरकारी आयोजन में उन्होंने भाग नहीं लिया था, लेकिन जब उन्हें तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, तो आनन फानन में मुख्यमंत्री निवास में कथित रूप से योग करते हुए एक तस्वीर उन्होंने सोशल मीडिया में जारी करवाई थी.
वहीं इस मामले में कांग्रेस भी सफाई देते नजर आई. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कमलनाथ के ट्विटर हैंडल से देश और प्रदेश की जनता को योग दिवस की बधाई देने संबंधी ट्वीट और इसके बाद भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया के संदर्भ में कहा कि इस ट्वीट में कमलनाथ की एक पुरानी योग करती हुई तस्वीर को प्रतीकात्मक रूप से साझा किया गया है. इसमें कहीं भी नहीं लिखा गया कि यह उनकी आज की तस्वीर है.
सलूजा का कहना है कि कमलनाथ प्रतिदिन योग करते हैं और उन्हें किसी तरह के दिखावे की जरुरत नहीं है.