इंदौर: मुनीर उल दाजी पर इंदौर पुलिस ने 10 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। इसकी वजह से यह भागा फिर रहा था। इंदौर पुलिस की टीम भी इसकी गिरफ्तारी के लिए पीछे पड़ी थी। आखिरकार एक अक्टूबर को इंदौर पुलिस ने मुनीर उल दाजी को सूरत से गिरफ्तार कर लिया है। सूरत से गिरफ्तारी के बाद पुलिस की टीम मुनीर को लेकर इंदौर पहुंची। इस दौरान पूछताछ में मुनीर ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने लड़कियों की तस्करी के लिए कई शादियां की हैं।
28 की उम्र में मुनीर की 10 से अधिक शादियां
दरअसल, मुनीर बांग्लादेश से भोली भाली लड़कियों को अपने चंगुल में फंसाकर लाता था। कई बार सीमा पार करवाने में उसे दिक्कत आती थी। इसलिए मुनीर उन लड़कियों से शादी कर लेता था। मुनीर के पास भारतीय नागरिकता है। शादी करने के बाद उन लड़कियों को आसानी से यहां एंट्री मिल जाती थी। विजयनगर पुलिस स्टेशन के प्रभारी तहजीब काजी ने कहा है कि उसने कई शादियां की हैं लेकिन संख्या नहीं बताई है। मगर कहा जा रहा है कि मुनीर ने 10 से अधिक शादियां की हैं। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
देह व्यापार के धंधे में धकेल देता था मुनीर
मुनीर उल दाजी देह व्यापार के बड़े धंधे में शामिल है। उसने बांग्लादेश की 100 से ज्यादा लड़कियों की जिंदगी की तबाह की है। काम दिलाने या फिर उनका घर बसाने का झांसा देकर वहां से लाता था। इसके बाद मुंबई, सूरत और इंदौर जैसे बड़े शहरों के दलालों के हाथ उन्हें बेच देता था। इसके जरिए मुनीर मोटी कमाई करता था। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मुनीर मुंबई के भयांदर इलाके में बड़े एजेंटों के हाथ इन लड़कियों को बेच देता था।
पिछले साल आया था इसका नाम
दरअसल, इंदौर पुलिस की टीम ने 2020 में सिंतबर और अक्टूबर महीने में इंदौर के एक गेस्ट हाउस पर छापेमारी की थी। इस दौरान वहां से कुछ बांग्लादेशी लड़कियां बरामद हुई थीं। बांग्लादेशी लड़कियों ने पूछताछ के दौरान कई खुलासे किए थे। इसी में मुनीर उल दाजी का नाम भी सामने आया था। पुलिस इस केस में अब तक 28 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। साथ ही 21 बांग्लादेशी लड़कियों को मुक्त कराया है। रिमांड के दौरान मुनीर ने कई राज उगले हैं।
अवैध तरीके से पार कराता था सीमा
इंदौर पुलिस ने बताया कि आरोपी मुनीर लड़कियों को अवैध तरीके से सीमा पार करवाता था। इसके बदले में वह पैसे भी खर्च करता था। मुनीर वहां अनाथ और गरीब लड़कियों को टारगेट करता था। इसके बाद उन्हें मुंबई ले जाकर ट्रेनिंग दी जाती है। नशे का आदि बनाया जाता है। उसके बाद देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया जाता है।
मुंबई में देते थे ड्रग्स
पुलिस के अनुसार इन लड़कियों को मुंबई में रखा जाता था। वहां ड्रग्स दिए जाते थे। साथ ही कई प्रकार के डर दिखाए जाते थे। पुलिस ने कहा कि वह लड़कियों से शादी भी कर लेता था। उसके बाद उन्हें देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया जाता था। सूरत के दलाल एक लड़की को एक सप्ताह के लिए 30 हजार से डेढ़ लाख रुपये तक में भेजते थे।