नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी के सबसे ज्यादा नए मामले तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे 7 राज्यों से सामने आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 8 राज्यों में ही देश के 72 प्रतिशत ऐक्टिव केस हैं। इन्हें छोड़कर बाकी राज्यों में कमोबेश वायरस संक्रमण काबू में आता नजर आ रहा है।
दिल्ली, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में संक्रमण दर 5 प्रतिशत से नीचे आ चुकी है। वहां पर अगले हफ्ते से लॉकडाउन में ढील देने की शुरुआत हो सकती है। मध्य प्रदेश सरकार भी 1 जून से राहत देने की घोषणा कर चुकी है। आइए समझते हैं कि अगर लॉकडाउन में रियायत मिलती है तो राज्य सरकारें कौन-कौन सी छूट देने को तैयार हो सकती हैं।
किन राज्यों से आ रहे हैं कोरोना के नए केस?
पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के सबसे ज्यादा केस तमिलनाडु से आए हैं। देश के 7 राज्य ऐसे हैं जहां पिछले 24 घंटों में 10,000 से ज्यादा केस मिले हैं। इनमें तमिलनाडु के अलावा महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा शामिल हैं।
अभी सबसे ज्यादा ऐक्टिव केस कहां हैं?
ताजा डेटा के अनुसार, सबसे ज्यादा ऐक्टिव केसेज वाले राज्यों में कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और ओडिशा शामिल हैं। कर्नाटक में सबसे ज्यादा 4.73 लाख ऐक्टिव मामले हैं तो ओडिशा में 1 लाख 288 केस।
दिल्ली में 1 जून से क्या-क्या खुल सकता है?
राजधानी में इस महीने तो लॉकडाउन रहेगा मगर अगले महीने से थोड़ी राहत मिल सकती है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को इस बात के संकेत दिए हैं। राज्य में कोविड-19 का पॉजिटिविटी रेट 2.5ः तक गिर गया है, ऐसे में 1 जून से कई गतिविधियों की छूट दी जा सकती है।
कोविड प्रोटोकॉल के साथ दिल्ली मेट्रो को फिर से शुरू किया जा सकता है।
सार्वजनिक स्थानों पर शादी समारोहों की अनुमति मिल सकती है मगर मेहमानों की सीमित संख्या के साथ।
मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की अनिवार्यता के साथ बाजार खोले जा सकते हैं।
नियमों का पालन करने पर ऑफिसेज खोलने की भी परमिशन मिल सकती है।
मॉल और रीक्रिएशनल सेंटर्स को खोलने की अनुमति मिल सकती है मगर कुछ पाबंदियों के साथ।
महाराष्ट्र के लोगों को भी मिल सकती है थोड़ी राहत
महाराष्ट्र में पहले के मुकाबले फिलहाल हालात बेहतर हैं। वहां चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंधों को हटाने पर विचार हो रहा है। 1 जून से दुकानों को खोलने की इजाजत दी जा सकती है। तीसरे चरण में महाराष्ट्र सरकार द्वारा होटल, रेस्टोरेंट, बार और शराब बिक्री की दुकानों को कारोबार शुरू करने की मंजूरी दी जा सकती है। वहीं चैथे चरण में सरकार लोकल सेवा और धार्मिक स्थलों को खोलने की भी मंजूरी दे सकती है। विस्तार से रिपोर्ट पढ़ें
मध्य प्रदेश में और ढील देने की तैयारी में सरकार
मध्य प्रदेश सीएम शिवराज सिंह ने एक दिन पहले कहा था कि अनंतकाल तक बंद नहीं रख सकते हैं। यहां के 5 जिलों में थोड़ी ढील दी गई है। संक्रमण की दर कम रहने पर बाकी जिलों में भी 1 जून से छूट देने की योजना है। एक जून से सरकारी दफ्तर खुलेंगे लेकिन 25 फीसदी कर्मचारी ही आ सकेंगे। पहले चरण में सिनेमाघर, मॉल, कोचिंग संस्थान खुलने की उम्मीद बेहद कम है।
उत्तर प्रदेश में 1 जून से खुल सकते हैं बाजार
उत्तर प्रदेश सरकार ने 31 मई तक लॉकडाउन किया है। कोई छूट नहीं दी गई है मगर यह चर्चा जोरों पर है कि 1 जून से थोड़ी राहत दी जा सकती है। यहां कोविड के केस तो कम हुए हैं लेकिन ब्लैक फंगस के मामले बढ़ रहे हैं। पूरे यूपी में तो नहीं, लेकिन जिन जिलों में मामले कम (उदाहरण के तौर पर प्रयागराज) हैं, वहां पर बाजार के साथ-साथ ऑफिसेज खोलने की छूट दी जा सकती है। ज्यादा राहत मिलने के आसार कम ही हैं।
बिहार, उत्तराखंड ने भी लॉकडाउन बढ़ाया, राहत के आसार कम
बिहार और उत्तराखंड की राज्य सरकारों ने सोमवार को 1 जून तक पाबंदियां जारी रखने का आदेश दिया। दोनों ही राज्यों ने किसी तरह की राहत नहीं दी है। इन राज्यों के अलावा पंजाब, हरियाणा में भी 1 जून से किसी तरह की राहत दिए जाने के आसार कम ही हैं। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सोमवार को कहा कि पॉजिटिविटी रेट अभी 9ः के पास है। जब तक 5ः से नीचे नहीं आ जाए तब तक ज्यादा ढ़ील नहीं दी जा सकती।
कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु… इन राज्यों में राहत के आसार नहीं
कर्नाटक में राज्य सरकार ने 7 जून की सुबह 6 बजे तक के लिए लॉकडाउन कर दिया है। देश में सबसे ज्यादा ऐक्टिव केस यहीं पर हैं। सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि लॉकडाउन में किसी तरह की कोई छूट नहीं दी जाएगी।
राजस्थान में लॉकडाउन 8 जून तक के लिए बढ़ाया गया है। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सबकुछ 8 जून की सुबह 5 बजे तक बंद रहेगा।
केरल में भी लॉकडाउन को 30 मई तक बढ़ाया गया है। केरल में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 23.18 है जो कि लॉकडाउन में छूट के लिए आवश्यक बताए जाने वाले 5ः के चार गुने से भी ज्यादा है। अगर स्थिति नहीं सुधरती तो लॉकडाउन का आगे बढ़ना तय है।
तमिलनाडु में भी लॉकडाउन में कोई रियायत नहीं दी जाएगी। वहां केसेज की स्थिति आप देख ही चुके हैं। राज्य में 10 मई से ही लॉकडाउन है। 1 जून के बाद भी यहां छूट मिलने के आसार न के बराबर हैं।