बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में पैसे डबल करने या ज्यादा ब्याज का झांसा देकर ठगने वाले चिटफंड कंपनियों पर शासन का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। प्रदेश के रायपुर, राजनांदगांव, बिलासपुर, बलादौबाजार, दुर्ग, धमतरी में लगातार कार्रवाई की जा रही है। बुधवार को बिलासपुर पुलिस ने चार साल से फरार चल रहे आरोपी को महाराष्ट्र के गोंदिया से गिरफ्तार किया है। आरोपी जीएन गोल्ड चिटफंड कंपनी का मार्केटिंग हेड था, जिसने हजारों लोगों से धोखाधड़ी की है। कंपनी संचालकों के साथ मिलकर आरोपी ने बिलासपुर जिले में करीब 5 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी को अंजाम दिया है।
बिलासपुर एसपी पारूल माथुर ने बताया कि शासन के निर्देश पर चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर व अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। सूचना पर जीएन गोल्ड के फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने महाराष्ट्र टीम भेजी गई थी। गोंदिया में चिटफंड कंपनी के मार्केटिंग हेड खेमेंद्र बोपचे (36) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि आरोपी पर प्रदेश के अलग-अलग थानों में कुल 16 मामले दर्ज हैं। आरोपी हजारों लोगों को ठगने का मास्टर माइंट है। उन्होंने बताया कि कंपनी के डायरेक्टरों ने मिलकर निवेशकों को रुपए जमा करने पर 6 साल में दोगुना करने का झांसा दिया था। आरोपियों की बातों में आकर हजारों निवेशकों ने कंपनी में रुपए जमा किए। इसके बाद बड़ी राशि लेकर निवेशकों ने दफ्तर बंद कर दिया और फरार हो गए।
दो डायरेक्टर हरियाणा से पहले पकड़े जा चुके
एसपी माथुर ने बताया कि कंपनी के डायरेक्टर सतनाम सिंह रंधावा को पुलिस ने इससे पहले हरियाण से गिरफ्तार किया था। इसके कुछ दिन पहले एक अन्य डायरेक्टर नरेंद्र सिंह को भी पुलिस ने हरियाणा में दबिश देकर पकड़ा था। प्रकरण में एक आरोपी शैलेंद्र गोस्वामी फरार है, जिसकी संपत्ति कुर्क करने के लिए धमतरी कलेक्टर को पत्र लिखा गया है। एसपी ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार चिटफंड कंपनियों से ठगी के शिकार हुए लोगों से आवेदन लिया गया है, जिन्हें रकम वापसी की जानी है। जिले में चिटफंड कंपनियों की संपत्ति की जानकारी जुटाई जा रही है।