रायपुर: अम्लीडीह शराब भट्ठी का सुपरवाइजर 20 लाख रूपये लेकर भाग खड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि यह पैसा शराब की अवैध ब्रिकी का था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह नंबर-2 का पैसा था। आबकारी विभाग के कुछ अधिकारी व शराब दुकान की मिलीभगत से नंबर-2 की शराब बेची जाती थी, जिसका सरकारी फाइलों में हिसाब-किताब नहीं होता था। चूंकि नंबर-2 का पैसा था इसलिए जिम्मेदार भी इस मामले की लीपापोती में जुट गए हैं।
मामला राजेन्द्र नगर थाने का है। फरार सुपरवाइजर का नाम विपुल है जो मूलतः हरियाणा के फरिदाबार का रहने वाला है। 2 दिन से विपुल तिवारी गायब है, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई गयी है। सूत्रों से ये जानकारी मिली है कि नंबर-2 के शराब का पैसा दुकानदार और अधिकारियों के बीच बटता था। ये 20 लाख रूपये वही थे जो अधिकारी और दुकानदार में बंटने थे। मामले को उजागर नहीं होने दिया जा रहा है क्योंकि यदि पोल खुली तो कई अधिकारियों की नौकरी पर खतरा मंडरा सकता है।
विपुल के गायब होने की खबर से कई अधिकारियों की नींद उड़ गई है। पता चला है कि गुस्से मंे सहायक अधिकारी ने अम्लीडीह के शराब दुकान के कर्मचारियों को ही पीट दिया। कई कर्मचारी बुरी तरह से जख्मी हो गए हैं। अब जख्मी शराब दुकान के कर्मचारी राजेंद्र नगर थाना पहुंचे हैं, जहां वो अपनी शिकायत दर्ज कर रहे हैं। इधर 20 लाख लेकर गायब होने की खबर के बाद राजधानी में सरगर्मियां तेज है।