JAGDALPUR | इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर बेचने लगा चाय, परिजनों ने जमकर किया विरोध, अब महीने में कमा रहे 70 हजार रूपये

जगदलपुरः एक ठीक-ठाक नौकरी पाने के लिए पढ़े लिखे बेरोजगारों को कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ये उस शख्स से बेहतर कोई नहीं जान सकता जो आज भी पढ़ लिखकर रोजगार की तलाश में रोज धक्के खा रहा है, लेकिन इसके विपरीत कुछ ऐसे भी शख्स इस दौर में मौजूद हैं जो अच्छी खासी पोजीशन वाली नौकरी को छोड़ देते हैं। वे अपना शौक पूरा करने के लिए कुछ अलग करने की कोशिश करते हैं। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में एक ऐसा ही यवुा है, जो इंजीनियरिंग छोड़ चाय का बिजनेस कर रहा है।

छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य बस्तर जिले में एक युवा इंजीनियर की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है। जगदलपुर के रहने वाले युवा इंजीनियर प्रयास नाग इन दिनों इंजीनियर चायवाला बन गए हैं। प्रयास ने इंजीनियरिंग छोड़ चाय का बिजनेस जगदलपुर में शुरू किया है।

प्रयास नाग बताते हैं कि उन्हें फूड बिजनेस के कारोबार में शुरू से दिलचस्पी रही है। वे अपने कॉलेज में पढ़ाई के दौरान लोगों को टिफिन सेवा दिया करता थे। पढाई पूरी करने के बाद उसने दो सालों तक इंजीनियर की नौकरी भी की।

प्रयास बताते हैं कि कुछ महीने पहले इंजीनियर की नौकरी छोड़कर चाय बेचना शुरू कर दिया, जिसका उनके माता पिता ने जमकर विरोध किया। लेकिन बाद में उनके परिवार वालों उनके इस काम को स्वीकार आज इस कारोबार में मदद कर रहे हैं।

प्रयास नाग के मुताबिक 5000 रुपये की लागत से कुछ महीने पहले ही उन्होंने इंजीनियर चायवाला शॉप का संचालन शुरू किया। उसके बाद से अब तक औसतन हर महीने 60 से 70 हजार रुपये की इनकम उन्हें हो रही है।

प्रयास कहते हैं कि चाय का कारोबार शुरू करने के बाद लोगों का भरपूर प्यार उन्हें मिला है। वे लोगों को चाय पिलाने के साथ मैगी,बर्गर, सेंडवीच भी खिलाते हैं, लेकिन वे बस्तर के लजीज व्यजनों को भी पूरे प्रादेशिक तरीके बेचकर उसे नई पहचान दिलाना चाहते हैं। इसके लिए वे विशेष योजना पर काम कर रहे हैं।

खबर को शेयर करें