नई दिल्लीः ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन से पूरी दुनिया में शोक की लहर है। वे दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में शमिल थीं। वे अकेली ऐसी महिला थीं विश्व की, जिन्हें विदेश यात्राके लिए पासपोर्ट या वीजा की आवश्यकता नहीं पड़ती थी। लेकिन ये जानना बड़ा दिलचस्प है कि 96 साल की महारानी के पास कितनी दौलत थी। साथ ही यह भी कि उनकी आय का स्रोत क्या था। इसे लेकर कई रिपोटर््स अलग अलग दावे करती हैं। हालांकि शाही परिवार के सदस्यों को करदाताओं की ओर से मोटी राशि प्राप्त होती है। लेकिन फिर भी शाही परिवार की आय के सोर्स अज्ञात हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की आय के तीन स्रोत थे। इनमें सोवेरिन ग्रांट, प्रिवी पर्स और उनकी निजी संपत्ति से होने वाली आय शामिल है।
ब्रिटेन की महारानी की दौलत के बारे में अक्सर अनुमान लगाया जाता है, लेकिन खुद महारानी की ओर से इस बारे में कुछ सार्वजनिक नहीं किया गया। हालांकि उनकी आय के आधार पर कुछ विशेषज्ञों ने अनुमान जरूर लगाया है। एक वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में महारानी एलिजाबेथ सेकंड की अनुमानित कुल दौलत 365 मिलियन पाउंड यानी 33.36 अरब रुपए से अधिक थी।
2022 में 33 अरब रुपए से अधिक थी महारानी की कुल अनुमानित संपत्ति
ब्रिटेन की महारानी की संपत्ति के बारे में अक्सर अनुमान लगाया जाता है लेकिन खुद महारानी की तरफ से इस बारे में कभी कुछ सार्वजनिक नहीं किया गया। लेकिन उनकी आय के आधार पर कुछ विशेषज्ञों ने इस संबंध में अपना अनुमान लगाया है। गुडटू नामक वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसारए साल 2022 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की अनुमानित कुल संपत्ति 365 मिलियन पाउंड यानी 33.36 अरब रुपए से अधिक थी। वहीं मीडिया रिपोटर््स के अनुसार 2020 में उनकी कुल संपत्ति से 15 मिलियन पाउंड अधिक थी और इसमें उनकी निजी आय और सोवेरिन ग्रांट शामिल हैं।
कुल संपत्ति 6,631 अरब रुपए से अधिक
पिछले कुछ वर्षों में महारानी पेपर की सालाना रिच लिस्ट में 30 स्थान तक नीचे गिर गईं। 2020 में वह 372वें स्थान पर थीं और 2018 के बाद से यह 30 स्थानों की गिरावट थी। पूरे राजशाही परिवार की संपत्ति की बात करें तो फोर्ब्स मैग्जीन के अनुसार उनकी कुल संपत्ति 72.5 बिलियन पाउंड , यानी 6.631 अरब रुपए से अधिक है। महारानी के आय के प्रमुख स्रोतों के बारे में बात करें तो उन्हें सोवेरिन ग्रांट वार्षिक तौर पर सरकार से प्राप्त होती थी। जबकि बाकी दो स्रोत स्वतंत्र थे प्रिवी पर्स महारानी की निजी आय होती है, जिनमें करदाताओं का पैसा शामिल नहीं था।
पैलेस में आने वालों से नहीं होती कमाई
लंदन के अलावा शाही परिवार की संपत्ति स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड में भी है। यह महारानी की निजी संपत्ति है, जिसे बेचा नहीं जा सकता बल्कि यह उनके उत्तराधिकारियों को हस्तांतरित होगी।
रॉयल कलेक्शन में 10 लाख से ज्यादा चीजें शामिल
महारानी की संपत्ति में सिर्फ उनकी शाही परिवार की निजी संपत्तियां ही शामिल नहीं हैं, बल्कि उन्हें दुनियाभर से कई बेशकीमती गिफ्ट्स भी मिलती रही हैं। इन संपत्तियों में बेशकीमती कलाकृतियां, हीरे जवाहरात, लग्जरी कारें, शाही स्टैंप कलेक्शन के साथ ही अच्छी नस्ल के घोड़े भी शामिल हैं। इनकी कीमता का अनुमान लगाया जाए तो यह करीब 10 खरब रुपए होती है, जो कि बहुत बड़ी रकम है। हालांकि यह संपत्ति ब्रिटेन के एक ट्रस्ट के पास है। ब्रिटेन के नए राजा किंग चार्ल्स की सालाना आय के बारे में बात की जाए तो उन्हें हर साल ‘ Duchy of Cornwall‘ से करीब 21 मिलियन पाउंड की आय प्राप्त होती है।