मुंबई: फिल्म इंडस्ट्री में अगर टैलेंट की बात की जाए तो फिल्ममेकिंग में करण जौहर का नाम सबसे पहले सामने आता है। इन्होंने हमेशा खुद को अपने काम से प्रूव किया है। करण जौहर ने हम सभी 90 के दशक के बच्चों को कई एवरग्रीन फिल्में दी हैं। इसमें कुछ कुछ होता है, कभी खुशी कभी गम और माय नेम इज खान जैसी फिल्में शामिल हैं। इसके अलावा करण जौहर ने स्टार किड्स और न्यूकमर्स को भी इंडस्ट्री में अपने पैर जमाने का मौका दिया है। इसमें वरुण धवन, आलिया भट्ट, अनन्या पांडे, सिद्धार्थ मल्होत्रा और जाह्नवी कपूर जैसे नाम हैं।
आजकल करण नई जेनरेशन के बच्चों को फिल्मी दुनिया का हिस्सा बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं, लेकिन वह इनसे कुछ परेशान भी नजर आ रहे हैं। दरअसल, करण से ये नई जेनरेशन के एक्टर्स भारी भरकम फीस की डिमांड कर रहे हैं जो बात फिल्ममेकर को बिल्कुल नहीं समझ आ रही है।
करण ने रखी अपनी बातें
करण ने फिल्म कंपैनियन संग बात करते हुए कहा, बिजनेस मेगास्टार्स और ए-लिस्टर्स लेकर आते हैं, लेकिन मैं हैरान हूं कि नई और यंग जेनरेशन के लोग भारी भरकम फीस की डिमांड कर रहे हैं। और यह फीस में जो बढ़ोतरी आ रही है, वह पेंडेमिक के दौरान आई है। उन्होंने मुझे यह कहा कि वह फीस में बढ़ोतरी इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उनकी पिछली फिल्में नहीं चली हैं। कुछ फिल्में रिलीज नहीं हुई हैं।
करण कहते हैं कि यंग जेनरेशन को बॉक्स ऑफिस पर खुद को प्रूव करना अभी बाकी है। उसके बावजूद वह 20-30 करोड़ की फीस की डिमांड कर रहे हैं। बिना किसी वजह के. फिर आपको उन्हें उनका रिपोर्ट कार्ड दिखाना पड़ता है और कहना पड़ता है कि हेलो, देखो, तुम्हारी फिल्म की ओपनिंग इतने से हुई और तुम मेरे से इतने करोड़ की डिमांड कर रहे हो।
करण ने आगे कहा कि मैं तकनीकी क्रू को डॉलर्स में फीस देने को तैयार हूं जो फिल्म को सच में स्पेशल बनाते हैं। मैं कई बार सोचता हूं कि मैं क्यों 15 करोड़ एक्टर्स को फीस दूंगा या 55 लाख एडिटर को। जब मैं तकनीकी के लोगों को ज्यादा पैसे देकर फिल्म को और बेहतर बना सकता हूं। बता दें कि करण जौहर पांच साल बाद डारेक्शन की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं। इन्होंने आखिरी बार फिल्म आ दिल है मुश्किल में निर्देशन संभाला था।