बिलासपुर: बागेश्वर महाराज को लेकर स्वामी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बड़ा बयान दिया है। बिलासपुर पहुंचे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बागेश्वर बाबा का नाम लिये बिना कहा कि चमत्कार दिखाने वाले जोशीमठ के बारे में जानकारी दें। उन्होंने कहा कि चमत्कार दिखाने वाले जोशी मठ आकर धसकती हुई जमीन को रोककर दिखाए। जिन मकानों में दरार आ गई है उनके बारे में बताएं।
तब मैं भी उनके चमत्कार को मान्यता दूंगा। उन्होंने कहा कि चमत्कार करने वालों तब हम अपनी पलकों पर बैठाएंगे और फूल भी बिछाएंगे। वहीं, धर्मान्तरण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि धर्मांतरण के पक्ष में बोलने वाले या विरोध करने वालों के पीछे धार्मिक कारण नहीं है। बल्कि इसके पीछे राजनीतिक कारण है।
शंकराचार्य ने यह भी कहा कि वेदों के अनुसार चमत्कार दिखाने वालो को मैं मान्यता देता हूं। लेकिन अपनी वाहवाही और चमत्कारी वाले बनने की कोशिश करने वालों को मैं मान्यता नहीं देता। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने हाल ही में जबलपुर में दिए अपने बयान को लेकर कहा जब अंग्रेज भारत छोड़कर गए थे उस समय मोहम्मद अली जिन्ना ने कहा था कि मुसलमानों को अलग कर दिया जाए क्योंकि वह अपनी धरती पर जाकर खुश रहेंगे, इसलिए भारत के टुकड़े किए गए थे और पाकिस्तान बनाया गया था।
अखंड भारत का निर्माण किया जाए
उस समय भी कुछ मुसलमान भारत में ही रह गए। यदि उन्हें यहां सुख और शांति की प्राप्ति हो रही है तो फिर पाकिस्तान बनाने की क्या आवश्यकता है। इसलिए एक बार इस मामले में पुनर्विचार किया जाए और फिर से अखंड भारत की का निर्माण किया जाए। इसी देश में रहना और हिंदुओं के बीच रहना हिंदू और मुसलमान दोनों की नियति है तो फिर अलग देश की आवश्यकता नहीं है। इसलिए एक बार फिर से पाकिस्तान पर पुनर्विचार कर दोनों देश को एक कर दिया जाए। इसमें कोई बहुत ज्यादा तकलीफ की बात नहीं है। केवल कागज पर दोनों देश को अपनी सहमति देनी होगी।
क्या है जोशीमठ की समस्या
दरअसल, उत्तराखंड का जोशीमठ जमीन के नीचे धंस रहा है। जमीन में धंसने के कारण यहां कई इलाके के घरों में दरारे आ गईं। लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।