रायपुर : प्रदेश में पिछले 3 दिनों से चल रही इनकम टैक्स विभाग की छापेमार कार्रवाई चल रही है. जांच के दौरान सोने-चांदी और हीरों के साथ प्रॉपर्टी के दस्तावेज और करोड़ों के कैश मिलने की बात सामने आई है. इस मामले में CBI ने भी दखल दे दिया है. आयकर विभाग की इस पूरी कार्रवाई के दौरान राजनीतिक फंडिंग का भी अंदेशा है. इसके चलते शनिवार को सीबीआई की टीम छत्तीसगढ़ पहुंची. माना जा रहा है कि टीम बैकअप के लिए यहां आई है.
शुरुआत से इन सभी छापों को पॉलिटिकली फंडिंग को लेकर देखा जा रहा है. लेकिन अब इसके गैर जरूरी होने को लेकर सवाल उठ रहे हैं. सीबीआई की टीम ने रायपुर और भिलाई का रूख किया है. बताया जा रहा है कि इसके लिए 3 बार अलग-अलग फंडिंग की गई. हालांकि, सरकार पहले ही प्रदेश में CBI पर प्रतिबंध लगा चुकी है. ऐसे में उनका तत्काल रूप से कोई भी कार्रवाई करना संभव नहीं है. इसके लिए हाईकोर्ट की इजाजत जरूरी है. अगर ऐसा होता है तो जल्द ही कई लोगों पर शिकंजा कस सकता है. वहीं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले ही आयकर विभाग की पूरी कार्रवाई को अवैध बता चुके हैं. इसके लिए विधि सलाह लेने दिल्ली भी रवाना होने वाले हैं.
मुख्यमंत्री की उपसचिव सौम्या चौरसिया के भिलाई के सूर्या रेसिडेंसी स्थित बंगले का ताला 18 घंटे बीत जाने के बावजूद नहीं खुल सका है. आयकर विभाग की टीम ने शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे यहां दबिश दी थी. टीम के वहां पहुंचने से पहले ही छत्तीसगढ़ पुलिस पहुंच गई और सुरक्षा बढ़ा दी गई. हालांकि आयकर विभाग की टीम बंगले के बरामदे तक तो पहुंच गई, लेकिन फिर दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण घुस नहीं सकी. इसके बाद अधिकारी और सीआरपीएफ जवान गद्दे मंगवाकर बरामदे में ही सो गए थे.