मंदसौरः एक मुस्लिम युवती ने सनातन धर्म स्वीकार कर वैदिक मंत्रोचार के साथ हिंदू लड़के से शादी की है। लड़की राजस्थान के जोधपुर की रहने वाली है। उसे मंदसौर के रहने वाले राहुल से 3 साल पहले प्यार हो गया था। मंदसौर के गायत्री परिवार मंदिर में पहले इकरा नाम की इस लड़की का पवित्रीकरण किया गया और उसे हिंदू धर्म की दीक्षा दी गई। बाद में हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार उसकी शादी भी करवाई गई। इकरा अब ‘इशिका’ नाम से जानी जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, राहुल वर्मा 3 साल पहले किसी काम से जोधपुर गया था। वहां उख्प्उंहमरू जानकारी के मुताबिक, राहुल वर्मा 3 साल पहले किसी काम से जोधपुर गया था। वहां उसका और इकरा का घर पास-पास था। प्यार जब परवान चढ़ा तो दोनों ने शादी करने की सोची। राहुल के घर वाले तो तैयार हो गए, लेकिन इकरा के घर वाले तैयार नहीं हुए. इकरा अपने घर से भाग गई। दोनों ने पहले उदयपुर में ही कोर्ट में अपनी शादी के कागजात तैयार करवाए। बाद में दोनों मंदसौर आ गए। यहां पहले पुलिस थाने में अपनी शादी के पेपर जमा करवाए और अब सनातन धर्म की परंपरा अनुसार शादी के बंधन में बंधे।
इकरा का कहना है कि मैं अब इशिका बन चुकी हूं। मैंने अपनी मर्जी से शादी की है। मेरे घरवाले शादी का विरोध कर रहे हैं। इसलिए हमें सुरक्षा दी जाए। राहुल का भी कहना है कि हम दोनों एक-दूसरे की सहमति से शादी कर रहे हैं। इकरा हिन्दु बनने के लिए तैयार हो गई, तो हमने शादी के बारे मे घर वालों को तैयार किया। मेरे घर वाले तैयार हो गए।
अभी कुछ महीने पहले ही मुस्लिम धर्म छोड़कर सनातन धर्म स्वीकार करने वाले चौतन्य सनातनी ने इनका विवाह संपन्न करवाने के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कीं। चौतन्य सनातनी का कहना है कि इकरा अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन कर रही है और अपनी मर्जी से शादी कर रही है।
दोनों की शादी करवाने वाले गायत्री मंदिर के पुजारी का कहना है कि इकरा का पंचगव्य से स्नान कर पवित्रीकरण कराया गया और हिंदू धर्म की सनातन धर्म की दीक्षा दी गई। पुजारी ने कहा कि सनातन धर्म की दीक्षा के बाद वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हिंदू रीति रिवाज के अनुसार राहुल-इशिका की शादी करवाई गई।
मंदसौर में हुई यह शादी फिलहाल चर्चा का केंद्र बनी हुई है। यह खबर जैसे ही शहर में फैली लोग उत्सुक हो गए। कई लोगों ने इस शादी की तस्वीरें देखने की कोशिश की। लोगों का कहना था कि इस तरह के जोड़े कम ही देखने को मिलते हैं। इसिलए उत्सुकता ज्यादा है। लोगों ने कहा कि समाज और देश वाकई सब मजबूत होगा जब जाति-धर्म के बंधन पूरी तरह टूट जाएंगे।