नई दिल्ली: टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भारतीय टीम का सफर लगभग समाप्त हो गया है। रविवार को भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी गौतम गंभीर ने टीम पर कड़ा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अहम मुकाबलों में टीम का प्रदर्शन कमजोर दिखा। उन्होंने टीम की मानसिक दृढ़ता पर भी सवाल उठाए।
गंभीर टीम इंडिया के प्रदर्शन से काफी निराश नजर आए। पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘टैलंट एक अलग चीज है और आप द्विपक्षीय सीरीज में अच्छा खेल सकते हैं लेकिन जब बात इस तरह के मैचों और इस तरह के टूर्नमेंट की आती है तो आपको अच्छा प्रदर्शन करना होता है। बात सीधी सी है।’
गंभीर ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, ‘यह भारतीय टीम के लिए क्वॉर्टर फाइनल मैच की तरह था। हम कई दिनों से इस बारे में बात कर रहे थे। हम जानते थे कि क्या समस्या है। यहीं आपकी टीम की मानसिक दृढ़ता नजर आती है। आप एक द्विपक्षीय सीरीज में जाते हैं तो बात अलग होती है। वहां गलती करने और वापसी करने की गुंजाइश होती है।’
गंभीर ने आगे कहा, ‘बात अगर इस तरह के टूर्नमेंट्स की जाए तो मुझे नहीं लगता कि भारतीय टीम के पास कोई मानसिक दृढ़ता थी। हां उनके पास प्रतिभा है। द्विपक्षीय सीरीज में भारत एक बहुत खतरनाक टीम है।’
गंभीर ने भारतीय टीम के आईसीसी टूर्नमेंट्स में असफल रहने पर भी निशाना साधा। उन्होंन कहा, ‘हम कब से सुनते आए हैं कि जब टीम का प्रदर्शन अच्छा न हो तो हमें उसके सा खड़ा होना चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा काफी समय से हो रहा है और खास तौर पर आईसीसी टूर्नमेंट्स में।’
टी20 वर्ल्ड कप 2007 के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 75 रन की पारी खेलने वाले गंभीर ने माना कि टीम द्विपक्षीय सीरीज में तो अच्छा खेलती है लेकिन आईसीसी टूर्नमेंट्स में उसके प्रदर्शन पर सवाल उठते हैं।
गंभीर ने कहा कि यह मैच काफी अहम था किसी एक खिलाड़ी को आगे बढ़कर टीम के लिए दमदार खेल दिखाना चाहिए था। किसी को तो जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी।
गंभीर ने कहा, ‘गेंद से या बल्ले से किसी को तो आगे बढ़कर अहम किरदार निभाना था। हम 150-160 तक पहुंच जाते तो अलग बात होती। बेशक, टीम के पास बहुत प्रतिभा है लेकिन मानसिक तौर पर टीम मजबूत नजर नहीं आई।’