संसद में राहुल पर जमकर बरसी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन, कहा- ‘मनमोहन हो या मोदी, आप हमेशा प्रधानमंत्रियों का अपमान करते हैं’

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए पेश केंद्रीय बजट पर चर्चा के बाद लोकसभा में अपना जवाब देते हुए राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। अपने बेहद सधे और धारदार भाषण में वित्त मंत्री ने जहां राहुल गांधी के राजनीतिक चरित्र की भी कड़ी आलोचना की, वहीं कांग्रेस की आर्थिक नीतियों पर भी जोरदार हमला बोला। उन्होंने राहुल गांधी के व्यवहार पर आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि प्रधानमंत्रियों का अपमान करना उनकी फितरत हो गई है, भले ही वो मनमोहन सिंह ही क्यों नहीं हों।

निर्मला ने कहा, राहुल गांधी हमेशा प्रधानमंत्री का अपमान करते हैं। फिर चाहे अब के प्रधानमंत्री हों या फिर तब के प्रधानमंत्री। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह जब विदेश गए थे तो राहुल गांधी ने उनकी ओर से लाए गए अध्यादेश को फाड़कर फेंक दिया था।ष् वित्त मंत्री जिस वाकये का हवाला दे रही हैं, वो साल 2013 का है।

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने तब दोषी जनप्रतिनिधियों को चुनाव लड़ने के खिलाफ फैसला दिया था। इस फैसले को निष्प्रभावी बनाने के लिए यूपीए सरकार ने अध्यादेश जारी किया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था, ष्यह पूरी तरह बकवास है, जिसे फाड़कर फेंक देना चाहिए।ष् तत्कालीन योजना आयोग (अब नीति आयोग) के प्रमुख मोंटेक सिंह अलहूवालिया के मुताबिक, राहुल गांधी ने जब 2013 में अध्यादेश फाड़ा था उसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस्तीफा देना चाहते थे।

बहरहाल, निर्मला ने राहुल के हम दो हमारे दो बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा, एक पार्टी की सरकार में दामाद को कई राज्यों (राजस्थान, हरियाणा) में जमीनें मिलीं। मैं आपको इसके डीटेल्स दे सकती हूं। दरअसल, हम दो हमारे दो ये है। हम दो लोग पार्टी की देखरेख कर रहे हैं। बाकी के दो लोग (बेटी और दामाद) दूसरी चीजों को देखेंगे। लेकिन हमारी पार्टी (बीजेपी) ऐसा नहीं करती है। पीएम स्वनिधि योजना इसका ट्रेलर है। पीएम स्वनिधि योजना के तहत छोटे-छोटे व्यापारियों की मदद की गई। दरअसल, राहुल गांधी ने मोदी-शाह और अंबानी-अडानी को लेकर हम दो हमारे दो का तंज कसा था जिसके पलटवार में निर्मला ने सोनिया-राहुल और प्रियंका-रॉबर्ट वाड्रा का हवला दे दिया।

वित्त मंत्री ने यह भी पूछा कि आखिर राहुल गांधी ने बजट पर चर्चा में हिस्सा क्यों नहीं लिया? उन्होंने राहुल पर सवालों की बौछार कर दी और पूछा, मध्यप्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस कर्जमाफी का वादा करके कांग्रेस मुकर गई, लेकिन राहुल गांधी ने उसपर कुछ नहीं कहा। पंजाब में पराली से होने किसानों को होने वाली समस्या पर भी राहुल गांधी ने कुछ नहीं कहा। कांग्रेस ने कृषि कानूनों पर यूटर्न क्यों लिया, इस पर भी राहुल गांधी ने कुछ नहीं कहा जबकि मुझे उम्मीद थी कि वह कुछ बोलेंगे। किसानों की बात करने वाली कांग्रेस ने कई राज्यों में किसानों को धोखा दिया।

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