नई दिल्ली: आईपीएल के लिए बीसीसीआई को नया स्पाॅन्सर मिल गया है। मोबाइल फैंटेसी लीग के लिए हालिया मशहूर हुई ड्रीम इलेवन ने कई दिग्गज कंपनियों को पछाड़ते हुए आईपीएल के मुख्य प्रायोजक बनने के अधिकार प्राप्त कर लिए हैं। ड्रीम इलेवन ने ये अधिकार सबसे ज्यादा 222 करोड़ रुपये की बोली लगाकर हासिल किए हैं।
आपको बता दें कि चीन की कंपनियों के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई ने विवो के साथ अपना करार खत्म कर दिया था और आईपीएल के लिए टाइटल स्पाॅन्सरशिप के लिए नया टेंडर जारी किया था। जिसके लिए टाटा एंड संस, ड्रीम 11, बाबा रामदेव की पतंजलि और बाइजू सहित कुल पांच कंपनियों ने दावेदारी प्रस्तुत कर रही थी। सभी को यह लग रहा था कि टाटा एंड संस के हाथ बाजी लगेगी। लेकिन ड्रीम इलेवन ने सभी पछाड़कर अधिकार हासिल कर लिए। आपको बता दें कि बाकी कंपनियों ने जैसे अनएकेडमी ने 201 करोड़, टाटा स्पोर्ट्स ने 180 करोड़ और बाइजू ने 125 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी।
अगर विवो के साथ ड्रीम इलेवन की तुलना की जाए, तो बीसीसीआई को खासा नुकसान झेलना पड़ेगा। क्योंकि पिछले साल तक विवो प्रत्येक साल के लिए बीसीसीआई को करीब 450 करोड़ रुपये का सालाना भुगतान कर रही थी, तो बीसीसीआी उम्मीद कर रह था कि उसे कम से कम यूएई में होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए तीन सौ करोड़ रुपये जरूर मिलेंगे। पर कोरोना काल के कारण ड्रीम-11 सहित बाकी कंपनियों ने उम्मीद से काफी कम बोली लगाइ।
बाबा रामदेव की कंपनी पतांजलि द्वारा आईपीएल के टाइटल स्पाॅन्सरशिप के बारे में सोशल मीडिय पर जोर-शोर से बहुत ज्यादा चर्चा थी और उनको लेकर तरह-तरह के मीम बनाए जा रहे थे। शुरुआत में यह चर्चा थी कि पतांजि बाजी मारने में सफल रहेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बीसीसीआई ने समय कम रहते पिछले तकरीबन दस दिन के भीतर ही सारी प्रक्रिया को अंजाम दिया।