दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे लोन वर्राटू (घर वापस आइये) अभियान को बड़ी सफलता मिली है। गुरुवार को दंतेवाड़ा पुलिस के सामने खूंखार नक्सली दंपती ने आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों पर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पांच-पांच लाख यानी कुल 10 लाख रुपए का इनाम घोषित है। दोनों नक्सली दक्षिण बस्तर के बुरकापाल, मिनपा, टेकलगुड़ा की बड़ी घटनाओं में शामिल रहे हैं। दोनों नक्सलियों पर 80 से ज्यादा जवानों की हत्या, हथियार लूटने, फोर्स को नुकसान पहुंचाने के मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं।
दंतेवाड़ा के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि नक्सली दंपती ने सरेंडर किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में पोज्जा उर्फ संजू माड़वी (24 वर्ष) पामेड़ एरिया कमेटी के प्लाटून नंबर 9 का कमांडर है। उसकी पत्नी लक्खे उर्फ तुलसी माड़वी (22 वर्ष) पामेड़ एरिया कमेटी की सदस्य और डीवीसी सुरक्षा दलम की कमांडर है। दोनों बीजापुर के मूल निवासी हैं। दोनों नक्सली दक्षिण बस्तर के बुरकापाल, मिनपा, टेकलगुड़ा, चिंतागुफा सहित हर छोटी-बड़ी घटना में शामिल रहे हैं। दोनों पति-पत्नी पर 5-5 लाख रुपए का इनाम घोषित है। बता दें कि बुरकापाल के नक्सली मुठभेड़ में 25, मिनपा में 26, टेलकगुड़ा में 22, चिंतागुफा में 8 और इरपानार में 4 जवान शहीद हुए थे। समर्पण के दौरान सीआरपीएफ के उप पुलिस महानिरीक्षक विनय कुमार सिंह, एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव, सीआरपीएफ के द्वितीय कमांड अधिकारी अरुण कुमार, एएसपी राजेंद्र जायसवाल उपस्थित रहे।
दक्षिण बस्तर की हर बड़ी घटना में रहे हैं शामिल
दंतेवाड़ा एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सली दंपती दक्षिण बस्तर में अलग-अलग घटनाओं में लगभग 80 से ज्यादा जवानों की हत्या व फोर्स को नुकसान पहुंचाने की घटना में शामिल रहे हैं। मुठभेड़ के बाद फोर्स के AK-47 समेत कई हथियार भी लूटे हैं। नक्सलियों से पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है। उन्होंने बताया कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 119 इनामी माओवादी सहित कुल 459 नक्सली आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौट चुके हैं।