राजनांदगांव: राजनांदगांव का डाकलिया परिवार इन दिनों काफी सुर्खियों में है। सुर्खी का कारण बिजनेस से जुड़ा न होकर उनकी निजी जिंदगी से जुड़ा है। दरअसल, इस परिवार ने दुनियादारी से संन्यास लेकर पूरे विधि-विधान से साधु और साध्वी की दीक्षा ले ली है। परिवार ने दीक्षा लेने से पहले अपनी करीब 30 करोड़ रुपये की संपत्ति दान कर दी है। परिवार का कहना है कि सभी लोगों अपनी इच्छा से यह फैसला किया है।
परिवार के मुखिया भूपेंद्र डाकलिया ने बताया कि उन्होंने दीक्षा लेने से पहले अपनी करोड़ों की संपत्ति दान कर दी है। उनके पास जमीन , दुकान और बिजनेस मिलाकर करीब 30 करोड़ की संपत्ति थी। पूरे परिवार ने एक साथ जैन धर्म में दीक्षा ली है।
एक बेटी अभी बाकी है, वह अगले महीने विधिवत तरीके से दीक्षा लेगी। इस फैसले पर उन्होंने स्थानीय मीडिया को बताया कि सभी ने अपनी इच्छा से यह राह चुनी है। उनका कहना है कि हमारी रुचि अध्यात्म में पहले भी थी। अध्यात्म से बेहतर मार्क और कुछ हो ही नहीं सकता।
रिपोर्ट के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में रहने वाले डाकलिया परिवार में 6 लोग हैं। पिछले दिनों 5 लोगों ने दीक्षा ग्रहण की। जिन लोगों ने दीक्षा ली है उनमें भूपेंद्र डाकलिया , इनकी पत्नी सपना , बेटा देवेंद्र और हर्षित के अलावा दोनों बेटियों महिमा और मुक्ता शामिल हैं। इनकी एक बेटी 5 फरवरी को राजिम में दीक्षा ग्रहण करेंगी। इन सभी ने पीयूष सागर महाराज की उपस्थिति में दीक्षा ग्रहण की। इस मौके पर जैन धर्म से कई बड़े लोग उपस्थित रहे।