सोहेल रजा
जगदलपुर: आमदई खदान के विरोध और ओरछा के 4 युवकों को जेल भेजे जाने का मामला एक बार फिर तूल पकड़ने लगा है। इलाके के आदिवासियों ने खदान बंद करने, पुलिस कैंप हटाने सहित अन्य मांगों को लेकर 15 दिन पहले एक बड़ा आंदोलन किया था। आंदोलन के बाद अफसरों ने 15 दिनों के अंदर ही आदिवासियों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन देते हुए प्रदर्शनकारियों को घर भेज दिया था, लेकिन 15 दिनों बाद भी जब आदिवासियों की मांगें पूरी नहीं हुई तो अब दोबारा से आदिवासी आंदोलन के लिए एकजुट हो गए हैं।
रविवार को अबूझमाड़, ओरछा और आस-पास के इलाके के हजारों आदिवासियों ने अपनी मांगों को लेकर नारायणपुर जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए पैदल कूच कर दिया है। बड़ी संख्या में लोग रविवार को ओरखछा में जमा हुए और अब वहां से जिला मुख्यालय आने की तैयारी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि 4 से 5 हजार आदिवासी एक साथ जिला मुख्यालय पहुंचेंगे। ऐसे में प्रशासन ने इलाके में अलर्ट जारी कर दिया है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।