रायपुर:
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने शुक्रवार को उम्मीदवार की घोषणा कर दी। पार्टी आलाकमान से हुए मंथन के बाद देवती कर्मा के नाम पर मुहर लगा दी गई है। देवती कर्मा कांग्रेस के दिवंगत नेता महेंद्र कर्मा की पत्नी और पूर्व विधायक हैं। हालांकि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में देवती कर्मा को भाजपा के दिवंगत विधायक भीमा मंडावी से हार का सामना करना पड़ा था।
भाजपा विधायक भीमा मंडावी की मौत के बाद दंतेवाड़ा विधानसभा सीट खाली हुई है। नकुलनार में रैली से लौटते हुए विधायक भीमा मंडावी की नक्सलियों ने हमला कर हत्या कर दी थी। इसके बाद हुई उपचुनावों की घोषणा के बाद मंगलवार को देवती कर्मा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने सीएम हाउस रायपुर पहुंची थीं। ऐसे में उपचुनाव में देवती कर्मा को ही प्रत्याशी बनाए जाने की अटकलें शुरू हो गई थीं। प्रदेश कार्य समिति की ओर से भेजे गए उनके नाम पर एआईसीसी ने मुहर लगा दी।
ओजस्वी मंडावी मैदान में हो सकती हैं
उपचुनाव में भी कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला होगा। कांग्रेस ने जहां देवती कर्मा पर एक बार फिर दांव खेला है, वहीं भाजपा से भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी मैदान में हो सकती हैं। पिछले तीन चुनावों से कर्मा और मंडावी परिवार के बीच ही मुकाबला होता रहा है। स्थानीय नेता और कार्यकर्ता मंडावी की पत्नी को मैदान में उतारकर जनता की सहानुभूति बटोरना चाह रहे हैं। ओजस्वी ने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए चुनाव लड़ने के संकेत भी दिए थे।
पिछली बार चुनाव क्यों हारे, जानते हैं, इस बार ऐसा नहीं होगा : पुनिया
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने भाजपा पर वन नेशन वन इलेक्शन फॉर्मूले को नहीं अपनाने पर कटाक्ष किया। उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव के हम पक्षधर है, लेकिन उप चुनाव दो सीट के स्थान पर एक ही दंतेवाडा में करा रहे हैं। पुनिया ने कहा कि पिछली बार किन कारणों से चुनाव हारे थे ये जानते हैं, अब हम मजबूती से चुनाव जीतेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ऐतिहासिक काम किया है।