रायपुर:
कांग्रेस ने दावा किया है कि दंतेवाड़ा विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव कांग्रेस बड़े अंतर से जीत रही है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के 10 महिनों के काम दंतेवाड़ा चुनाव जीत का कारण बनेगा।
उन्होंने बताया की राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्राथमिकता में बस्तर और बस्तर के लोगों का विकास रहा है। किसानों का कर्जा माफ करने और धान खरीदी 2500 रू. प्रति क्विंटल में करने के निर्णय के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दूसरा जो सबसे बड़ा निर्णय लिया वह था बस्तर के टाटा संयंत्र के किसानों की जमीनों की वापसी का था। पहली बार बस्तर विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बस्तर के विधायक को बनाया गया ताकि स्थानीय जरूरतों के अनुसार फैसले लिये जाये। तेंदूपत्ता संग्राहकों का मानदेय 2,500 से बढ़ा कर 4,000 रू. कर दिया गया। लोहांडीगुड़ा में किसानों की जमीनों को वापस करके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर के आदिवासियों के भरोसे को जीता है। 4,50,000 से अधिक वन अधिकार पट्टों का पुनरीक्षण काम शुरू किया गया। बस्तर के मक्का उत्पादक किसानों को बेहतर बाजार और मूल्य उपलब्ध कराने कोण्डागांव में मक्का आधारित फूड प्रोसेसिंग प्लांट की आधारशिला रखी गयी।
सुशील आनंद शुक्ला ने आगे कहा कि दंतेवाड़ा में भाजपा मुद्दाविहीन हो चुकी है। भाजपा के नेता उपचुनाव लड़ने की औपचारिकता भर निभा रहे। जनता भाजपाईयों से सवाल पूछ रही जो काम सिर्फ 10 महिने में हो सकते है, उन्हें भाजपा की सरकार ने 15 साल में क्यों नहीं किया? दंतेवाड़ा की जनता अपने विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी को जिता कर समूचे छत्तीसगढ़ और बस्तर के विकास में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करना चाहती है।