बलरामपुर: सरकारी तालाब से मछली खाने के शक में 8 आदिवासियों को पेड़ से बांधकर लाठी-डंडे से पीटा गया। यही नहीं उन पर 35-35 हजार रूपये का जुर्माना भी लगाया गया। बर्बरता का शिकार हुए यह ग्रामीणों में 15 साल के दो बच्चे भी शामिल थे। मामला त्रिकुंडा थाने का है।
मिली जानकारी के अनुसार डिडो चैकी के रामचंद्रपुर ब्लाॅक में पंडो जनजाति के 8 युवकों को दबंग जबरदस्ती उनके घर से उठाकर ले गए। उन्हें मुर्गी फार्म के पास पेड़ से बांधा गया और डंडे और लाठी से पीटा गया। विरोध करने पर उन्हें गंदी गालियां दी गयी। इस पूरी घटना का वीडियो भी वारयल हुआ है। बताया जा रहा है कि चेरा के सरपंच पति सत्यम यादव, जितेन्द्र यादव और जय प्रकाश ने आदिवासियों का पीटा है।
उन्हें काफी समय तक बंधक भी बनाकर रखा गया। सभी को 35-35 हजार जुर्माना जमा करने का फरमान दिया गया। कुछ परिवार ने डर के कारण इस बात की शिकायत भी दर्ज नहीं करायी। पता चला है कि गांव में एक सरकारी तालाब है। दबंगों को शक था कि आदिवासी उससे चोरी कर मछली खा रहे थे। जिसके बाद देवरूप पंडो (30), राजकुमार पंडो (22), राजबली पंडो (35), रामधनी पंडो (35), लाल बिहारी पंडो (15), सुरेश पंडो (15), मंधारी पंडो (30) और पुरूक पंडो (20) को बुरी तरह से मारा-पीटा गया। पुलिस ने कहा है कि वह शिकायत मिलने के बाद कार्यवाही करेगी।