CORONA |देसी कोरोना वैक्‍सीन “COVAXIN” का शुरुआती ट्रायल में कोई साइड इफेक्‍ट नहीं, 3 वाॅलटिंअर्स पर हुआ प्रयोग

नई दिल्ली: देश में तैयार की गयी कोरोना की पहली वैक्सीन का डोज वाॅलटिंअर्स को दे दिया गया है। रोहतक के पीजीआई में रह रहे इन वाॅलटिंअर्स में से तीन को वैक्सीन की पहली डोज दी गयी है। सभी परिणाम आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि तीनों ने शरीर ने वैक्सीन को आसानी से ग्रहण कर लिया है और उन पर कोई साइड इफेक्ट नजर नहीं आ रहे हैं।

3 वाॅलटिंअर्स को दी गयी पहली डोज

आपको बता दें कि इस वैक्सीन 18 से 55 साल उम्र के लोगों को दो डोज में दी जानी है। पहला फेज शुक्रवार को दिया गया है, वहीं दूसरा फेज ठीक 14 दिन बाद दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन के लिए 1,125 वॉलंटिअर्स को चुना गया है। पहले फेज में 375 वाॅलटिंअर्स शामिल होंगे और 750 दूसरे फेज में रहेंगे। टेस्ट के लिए 4/ 1 रेश्यो चुना गया है, यानी 4 मरीजों को वैक्सीन दी जाएगी और एक को सिर्फ देने का नाटक किया जाएगा। इस वैक्सीन को देश के 14 अलग-अलग शहरों के रिसर्च इंस्टीटयूट में किया जा रहा है। इस वैक्सीन को देने के बाद इसके साइड इफेक्ट, फेफड़ों पर उनका असर और व्यक्ति पर उसका असर देखा जाएगा।

वैक्सीन के लिए 1 साल और 3 महीने का वक्‍त लगेगा

आईसीएम ने क्लिनिकल फार्माकाॅलजी विंग वाले इंस्‍टीट्यूट्स को ही चुना है। वैक्सीन के ट्रायल को लेकर ज्यादा सावधानी बरती जा रही है। जल्दबाजी में यह पता नहीं लगाया जा सकेगा कि यह इंसानों के लिए सुरक्षित है या नहीं। ट्रायल के बाद सभी रिपोर्ट को आईसीएम आर भेजा जाएगा और वहीं एनलाइज भी किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार प्रोटोकाॅल के अनुसार पहले फेज में एक महीना कम से कम लगेगा। डेटा ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया के सामने पेश होगा फिर अगली स्‍टेज की परमिशन मिलेगी। फेज 1 और 2 में कुल मिलाकर एक साल और तीन महीने का वक्‍त लग सकता है।

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