कवर्धा: कबीरधाम जिले के कलेक्टर जन्मेजय महोबे शिक्षक की भूमिका में नजर आए, जहां उन्होंने सुदूर वनांचल ग्राम तरेगांव के एकलव्य आवासीय विद्यालय पहुंचकर बच्चों की क्लास ली। कलेक्टर ने कई गणित व अंग्रेजी से साथ ही सामान्य ज्ञान के विषयों की भी जानकारी टटोली। लगभग बच्चों को आधे घण्टे तक पढ़ाते हुए बच्चो की बौद्धिक क्षमता से कलेक्टर रूबरू हुए।
बता दे कि यह पहली बार बच्चो ने देखा की कोई कलेक्टर टीचर की भूमिका में कैसे होते हैं। यही नहीं इसके बाद उन्होंने एक छात्र की तरह क्लास के अंतिम बेंच पर बैठकर शिक्षक की पढ़ाने के तरीके को भी देखा। दरअसल दो दिन पहले की स्कूल के बच्चे एकलव्य आवासीय विद्यालय में कई समस्याओं को लेकर कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे। जिसके दूसरे ही दिन कलेक्टर ने स्कूल पहुंचकर सभी शिकायतो की जांच की।
कलेक्टर ने हॉस्टल में खाना की क्वालिटी सुधारने, छत की रिपेयरिंग, इंटरनेट सुविधा, ड्रेस की तत्काल व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। बच्चों की पढ़ाई का स्तर देख कलेक्टर भी काफी प्रभावित हुए। उन्होंने स्कूल के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर तक खेल में जगह बनाने वाले विद्यार्थियों के लिए खेल सामग्री देने की भी घोषणा की। कलेक्टर के एक प्रकार से कभी शिक्षक तो कभी शिष्य की भूमिका देख कर हर कोई हैरत में पड़ गया। वहीं कलेक्टर के इस प्रकार से स्कूलों में औचक निरीक्षण से स्कूलों की स्तिथि में भी सुधार की उम्मीदें बढ़ जाती है।