रायपुर :
छत्तीसगढ़ राज्य में वित्तीय अनुशासन को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गंभीर बात कही है। राज्य के आर्थिक ढाँचे में फ़िज़ूलख़र्ची के कई मामलों के बीच सीएम भूपेश बघेल ने इशारों में ही गंभीर नसीहत दे दी है।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा – “मितव्ययिता एकमात्र तरीक़ा है कि जिससे फ़िज़ूलख़र्ची को रोककर जनता के हित में काम किया जा सकता है, वित्तीय अनुशासन से ही यह संभव है.. मैंने अपने क़ाफ़िले में कटौती की है मैं किसी को सलाह नहीं देता.. ख़ुद को आत्ममंथन करना चाहिए”
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नाम किसी का नहीं लिया है, लेकिन जो कहा है, समझना मुश्किल नहीं कि संदेश किनके लिए है। लंबा चौड़ा क़ाफ़िला हो या दिगर ताम झाम, ना तो राजनीतिज्ञ को इसकी ज़रूरत होनी चाहिये और ना ही सत्ता के प्रशासन तंत्र को। राज्य की आर्थिक मज़बूती के लिए आदर्श सत्ता से जुड़े लोग और प्रशासन को ही बनना होगा। CM भूपेश ने कहा, पुराने नेताओं को इस पर खुद ही विचार करना चाहिए। जाहिर है, उनका इशारा एक्स CM रमन सिंह की ओर होगा।