जगदलपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जगदलपुर के लालबाग परेड मैदान से प्रदेश के नाम संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों की भर्ती को लेकर बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के आदिवासी स्कूलों में जल्द ही 7 हजार नये शिक्षक-शिक्षिकाएं मिलेंगे। 15 हजार शिक्षकों में से इन 7 हजार को शिक्षक विहिन या शिक्षकों की कमी वाले आदिवासी क्षेत्र के स्कूलों में पोस्टेड किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई पीढ़ी को अच्छी शिक्षा से लेकर रोजगार दिलाने तक का का काम सामूहिक जिम्मेदारी का है। अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के प्री-मैट्रिक छात्रावास, आवासीय विद्यालयों आश्रमों में निवासरत विद्यार्थियों की शिष्यवृत्ति बढ़ाकर 1000 रूपए प्रतिमाह करना, मैट्रिकोत्तर छात्रावासों के विद्यार्थियों की भोजन सहायता की राशि बढ़ाकर 700 रूपए प्रतिमाह करना, जाति प्रमाण पत्र जारी करने की सरल व्यवस्था, 17 नये एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शुरू करना इसके कुछ उदाहरण है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा की
हम दो दशकों के इतिहास में पहली बार लगभग 15 हजार स्थाई शिक्षक-शिक्षिकाओं की भर्ती कर रहे हैं, जिससे 7 हजार से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं आदिवासी अंचलों की शालाओं को मिलेंगे। उच्च शिक्षा को सुविधाजनक और गुणवत्तायुक्त बनाने के लिए प्रदेश में 10 आदर्श महाविद्यालयों की स्थापना, 54 महाविद्यालयों में अधोसंरचना विकास हेतु आर्थिक सहायता दी गई है, वहीं दूसरी ओर सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल, क्रीड़ा अधिकारी के लगभग 1500 पदों पर भर्ती की जा रही है।