ये पुलिसवाला फ्री एजुकेशन देकर बन गया हीरो, डयूटी के बाद जगाते हैं ज्ञान की अलख

बिजनौरः ऐसे बहुत कम ही लोग होते हैं जो अपने सीमित समय और संसाधनों का इस्‍तेमाल समाज को बेहतर बनाने के लिए करते हैं, मगर ऐसे कुछ एक लोग भी बाकियों के लिए मिसाल बन जाते हैं। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक पुलिसकर्मी लोगों के लिए मिसाल बन रहा है, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, पुलिस कांस्टेबल विकास कुमार ने ज्वाइनिंग के बाद से ही छात्रों को मुफ्त में पढ़ाने के फैसला किया। उनका यही बड़ा फैसला अब समाज में वाहवाही का पात्र बना हुआ है।

पूरी जिम्मेदारी से जनता की सेवा और सुरक्षा में जुटा यूपी पुलिस का एक कांस्टेबल कई सालों से घंटों ड्यूटी करने के बाद गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देता रहा है, जिसके चलते कॉन्सटेबल की इस नेक पहल को देखते हुए डीआईजी मुरादाबाद से उन्हें सम्मान भी मिल चुका है। वहीं, ड्यूटी के साथ-साथ गरीब बच्चों को पढ़ा कर शिक्षा की अलख जगा रहे कांस्टेबल विकास कुमार के इस काम से विभाग के अधिकारी भी अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

बीते सोमवार बिजनौर के किशनपुर में कॉन्स्टेबल विकास कुमार बच्चों को ब्लैक बोर्ड में पढ़ाते नजर आए, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं। लोग जहां कॉन्स्टेबल के काम की तारीफों के पुल बांधे नहीं थक रहे हैं, वहीं उनके इस फैसले से बहुत कुछ सीख भी ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि कांस्टेबल की इस विकास की पाठशाला में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास पैसों का अभाव है, लेकिन उनका सपना है कि वह पढ़-लिखकर कुछ अच्छा काम करें।

बता दें कि कांस्टेबल विकास कुमार सहारनपुर के गांव कुरलकी खुर्द के रहने वाले हैं। विकास कुमार ने अपने गांव में 2014 से ऐसे गरीब बच्चों को पढ़ाना शुरू किया, जो गरीबी के चलते स्कूलों में शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रहे थे और वह किताबों का खर्च उठाने में सक्षम नहीं थे। पुलिस की ट्रेनिंग के बाद विकास कुमार की पोस्टिंग बिजनौर जिले में हुई। मौजूदा समय में विकास बिजनौर के थाना मंडावली के डायल-112 में तैनात हैं।

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