दंतेवाड़ा: दक्षिण बस्तर में दंतेवाड़ा जिला स्थित है। यहां एक व्यापारी ने कोरोना में अपनी पत्नी को खो दिया। व्यापारी ननकू राम साहू की पत्नी की ख्वाहिश थी कि वो एक ऐसा आश्रम बनाएं, जिसमें गरीब परिवारों के ठहरने और खाने का इंतजाम निःशुल्क किया जाए। व्यापारी ने अपनी पत्नी के इस अधूरे सपने को पूरा किया है। उन्होंने अपनी पत्नी की याद में जिला अस्पताल दंतेवाड़ा के पास एक आश्रम बनाया है। जिले के अंदरूनी क्षेत्र के दूरदराज से आने वाले ग्रामीणों के परिजनों के लिए इस आश्रम में ठहरने का इंतजाम किया गया है।
ननकू राम साहू का कहना है कि उनकी पत्नी स्वर्गीय मालती देवी का सपना था कि जिले में गरीब परिवारों के लिए आश्रम बनाया जाए। इस आश्रम का संचालन निरूशुल्क हो. पत्नी के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने जिला अस्पताल में ही राधा कृष्ण मंदिर के साथ एक भव्य आश्रम बनाया है। इस आश्रम का नाम स्वर्गीय माता मालती देवी रखा गया है। इस आश्रम में दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में भर्ती रोगियों के परिजनों के ठहरने और भोजन की पूरी व्यवस्था है। सामान सुरक्षित रखने के लिए लॉकअप की भी सुविधा है। इस आश्रम में अधिकतम 250 लोग रूक सकते हैं। आश्रम को बनाने के लिए अनुमानित लागत लगभग चालीस लाख रुपए आई है। इस आश्रम का शुभारंभ विधायक देवती महेंद्र कर्मा और जिला नगरपालिका अध्यक्ष पायल गुप्ता ने किया।