नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। राष्ट्रपति मुर्मू आज संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपना पहला अभिभाषण दे रही हैं। बजट सत्र का पहला चरण 13 फरवरी तक चलेगा और दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू होकर छह अप्रैल तक चलेगा। बजट सत्र के दौरान 27 बैठकें होंगी।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि कोरोनाकाल में हमारी सरकार लोगों को गरीबी रेखा के नीचे जाने से बचाने में सफल हो पाई है। आज शॉर्टकट की राजनीति से बचें और स्थायी समाधान पेश करें। जिससे सामान्य जनों की समस्याओं का हल है। गरीबी हटाओ अब केवल नारा नहीं रह गया है। आज सरकार हर किसी को सशक्त बनाने का काम कर रही है।
मेरी सरकार ने देशहित को सर्वोपरि रखा है। नीति और फैसलों में इच्छाशक्ति दिखाई है। सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर जवाबी कार्रवाई तक। एलओसी से लेकर एलएसी तक सरकार ने हर तरफ काम किया है। मेरी सरकार ने 370 से लेकर तीन तलाक तक हर तरफ काम किया है। आज दुनिया के कई देश संकट से घिरे हैं, लेकिन मेरी सरकार ने जो भी निर्णय लिए, उनकी वजह से भारत की स्थिति उन देशों से अलग है। मेरी सरकार का मानना है कि भ्रष्टाचार सामाजिक न्याय का दुश्मन है। इसलिए भ्रष्टाचार के विरोध में लड़ाई जारी है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि मेरी सत्ता राष्ट्र निर्माण के कर्तव्य को पूरा करने में लगी है। यह सपनों को पूरा करने वाली सरकार है। आज भारत में ईमानदारी का पालन करने वाली सरकार है। आज भारत में गरीबी के स्थायी समाधान और उनके स्थायी सशक्तीकरण के लिए काम करने वाली सरकार है।
आज भारत के लिए बड़े और उत्कृष्ट स्केल पर काम करने वाली सरकार है। आज भारत में जनकल्याण को सर्वोपरि रखने वाली सरकार है। आज भारत में प्रगति के साथ ही प्रकृति को संभालने वाली सरकार है। आज भारत में विरासत के संरक्षण के साथ आधुनिकता को बढ़ावा देने वाली सरकार है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि जिस आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की हम कभी कामना करते थे, वह आज बनना शुरू हुआ है। आज भारत में ऐसा डिजिटल नेटवर्क बना है, जिससे पूरी दुनिया प्रेरणा ले रही है। बड़ी-बड़ी योजनाओं में जिस भ्रष्टाचार से देश मुक्ति चाहता था, उससे अब मुक्ति मिल रही है। पॉलिसी पैरालिसिस को हटाते हुए फैसले लेने के लिए भी सरकार जानी जाती है। इसलिए हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि जिस आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की हम कभी कामना करते थे, वह आज बनना शुरू हुआ है। आज भारत में ऐसा डिजिटल नेटवर्क बना है, जिससे पूरी दुनिया प्रेरणा ले रही है। बड़ी-बड़ी योजनाओं में जिस भ्रष्टाचार से देश मुक्ति चाहता था, उससे अब मुक्ति मिल रही है। पॉलिसी पैरालिसिस को हटाते हुए फैसले लेने के लिए भी सरकार जानी जाती है। इसलिए हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके हैं।
संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि हमें ऐसे भारत का निर्माण करना है जिसमें अतीत का गौरव जुड़ा हो। हमें नए युग का निर्माण करना है। हमें ऐसा भारत बनाना है, जिसमें गरीबी न हो, मध्यम वर्ग भी वैभव से युक्त हो। ऐसा भारत बनाना है, जिसके युवा समय से दो कदम आगे चलता है।
ऐसा भारत जिसकी एकता और अटल हो। 2047 में देश जब इस सच्चाई को जीवंत करेगा तब इस निर्माण का आंकलन भी करेगा। तब इस मौके को देखा जाएगा। इसलिए अमृतकाल का यह अवसर बहुत महत्वपूर्ण है।