रायपुर: यह दुर्भाय है कि छत्तीसगढ़ जिसे धान का कटोरा कहा जाता है, यहां बेरोजगारी के कारण एक युवक को आत्महत्या करनी पड़ी। सरकार को चाहिए कि वह पीड़ित परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा दे- उक्त बातें विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कही। आपको बता दें कि धमतरी निवासी हरदेव सिन्हा ने बेरोजगारी से तंग आकर सीएम हाउस के सामने आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसकी मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गयी।
सरकार हमारे कार्यकाल को क्यों याद करती है
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जब भी हम बेरोजगारी का मुददा उठाते हैं तो कांग्रेस सरकार हमारी कार्यकाल को याद करने लगती है। सवाल सरकार से पूछा जाता है, आज वह सत्ता में है तो उन्हें जवाब देना होगा। सरकार को चाहिए कि रूकी हुई भर्तियों पर से रोक हटाए और बेरोजगारों को रोजगार दें।
जिन वनवासियों के नाम पर जीती, उसे ही भूली
श्री अग्रवाल ने कहा कि जिन वनवासियों के नाम पर कांग्रेस सत्ता में आयी है, उसे ही भूल गयी। तेंदुपत्ता संग्रहकों को राशि क्यों नहीं बांटी गयी? कांग्रेस सरकार बनने के बाद कितने वनवासी बच्चों को छात्रवृत्ति दी गयी है? जिन तेंदुपत्ता संग्रहकों की मृत्यु हुई क्या उन्हें बीमा का मुआवजा नहीं मिल सकता था? कांग्रेस वनवासियों के पैसों पर कुंडली मारकर बैठ गयी है। उन्होंने लाॅकडाउन लगाने के तरीकों पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के 2 दिन पहले जितनी भीड़ बढ़ी है, उससे संक्रमण बढ़ने का खतरा है।