उज्जैन: एमपी के उज्जैन से एक खौफनाक कहानी सामने आई है। पीड़िता के साथ ऐसी बर्बरता हुई है, जिसे सुनकर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे। अपनी चाहतों को पूरा करने के लिए एक कपल ने 19 साल की लड़की की जिंदगी तबाह कर दी है। इसके बाद मरने के लिए सड़क पर बेहोशी हालत में फेंक दिया। यह पूरा मामला मानव तस्करी से जुड़ा हुआ है। नागपुर की 19 वर्षीय लड़की के साथ उज्जैन के एक कपल ने तीसरे बच्चे की चाहत में उसके साथ क्रूरता की है। अपने मकसद में कामयाब होने के बाद कपल ने पीड़िता को उज्जैन में बेहोशी की हालत में फेंक दिया।
एएसपी रविंद्र वर्मा ने बताया कि देवास गेट पर छह नवंबर को एक 19 वर्षीय लड़की बेहोशी की हालत में मिली थी। उसके पास कोई आईडी नहीं थी। पुलिस के पास भी कोई जानकारी नहीं थी कि उसके साथ क्या हुआ है। इसके बाद इलाज के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पांच दिन बाद उसे होश आया है। उसकी देखभाल के लिए पुलिस ने उसे वन स्टॉप सेंटर भेज दिया है।
यहां, काउंसलिंग के दौरान उसने कई खुलासे किए हैं। पीड़िता ने काउंसलिंग के दौरान अपनी आपबीती सुनाई है। उसने बताया कि कई महीनों तक उसके साथ रेप किया गया। साथ ही सरोगेसी के लिए मजबूर किया गया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी सिंह की पत्नी ने दो बच्चों के जन्म के बाद नसबंदी करवा ली थी। कुछ साल पहले दोनों बच्चे मर गए। इसके बाद यह कपल बच्चे के लिए बेताब था।
नागदा से खरीदा
आरोपी सिंह और उसकी पत्नी ने उज्जैन से 60 किमी दूर नागदा से इस बच्ची को एक महिला से खरीदा। इसके बदले में उसे भुगतान भी किया। उस समय तक लड़की को पता नहीं था कि उसकी तस्करी हुई है। पीड़िता ने बताया कि उसे नागदा से उज्जैन लाया गया। यहां कपल ने उसे घर में कैद कर लिया और महीनों तक उसके साथ रेप किया।
पीड़िता ने कहा है कि पहले वह अपनी बहन के घर में रखा था। इसके बाद अपने घर में ले गयाा, जहां रेप करता रहा है। इस दौरान पीड़िता प्रेग्नेंट हो गई तो आरोपी की मां और उसकी पत्नी ने देखभाल शुरू कर दिया। वह अपनी कार की सीट पर पीछे बैठाकर जबरदस्ती चेकअप के लिए ले जाते थे।
आरोपी की पत्नी ने गर्भवती होने का नाटक किया
इस दौरान आरोपी राजपाल सिंह की 42 वर्षीय पत्नी ने भी गर्भवती होने का नाटक किया। ताकि उनके पड़ोसियों को यह विश्वास हो कि वह गर्भवती है। समय पूरा होने के बाद पीड़िता को एक अस्पताल में सिंह की पत्नी के नाम से भर्ती कराया गया है। वहां ऑपरेशन के बाद वह एक बच्चे को जन्म दिया है।
डिलीवरी के बाद सड़क पर फेंक दिया
आरोपियों ने पीड़िता से बच्चे ले लिया। सर्जरी के बाद उसे संक्रमण हो गया था। उसी हालत में इन लोगों ने मरने के लिए देवास गेट पर उसे फेंक दिया। उसे होश आने के बाद पुलिस ने आरोपी दंपति को गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान ये लोग अपना बयान बदलते रहे हैं। दोनों ने बताया कि उनके बच्चों की मौत 15-16 साल पहले एक दुर्घटना में हो गई है। पीड़िता को एक चंदा नाम की महिला से खरीदा था।
तीन लोग अभी तक गिरफ्तार
पीड़िता नागपुर की रहने वाली है। उसकी शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। इस मामले में मुख्य आरोपी 48 वर्षीय राजपाल सिंह है। राजपाल, उसकी पत्नी और एक अन्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।