लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन ने प्रतापगढ़ पट्टी में पुलिस उपाधीक्षक रहे नवनीत कुमार नायक को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। पूरा मामला अक्तूबर 2020 का है। नवनीत पर मध्य प्रदेश की एक महिला ने शादी का झांसी देकर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। जिसके बाद उन्हें पहले डीजीपी मुख्यालय पर अटैच किया गया और बाद में शाहजहांपुर में तैनाती दे दी गई। जांच में महिला का आरोप सही पाया गया जिसके बाद 27 जून 2021 को नवनीत को निलंबित कर दिया गया था। अब मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है।
मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले नवनीत कुमार नायक 2014 बैच के प्रांतीय पुलिस सेवा के अधिकारी थे। उन्होंने फरवरी 2018 में पुलिस उपाधीक्षक के पद जॉइन किया था। पहली तैनाती उनकी आगरा में थी और दूसरी तैनाती प्रतापगढ़ में। प्रतापगढ़ की पट्टी सर्किल में अपनी फरियाद लेकर आई एक महिला पर सीओ साहब फिदा हो गए और उससे शादी का झांसा देकर लंबे समय तक दुष्कर्म करते रहे।
महिला ने जब शादी का दबाव बनाया तो नवनीत कुमार ने महिला से दूरी बना ली। महिला ने इसकी शिकायत पहले प्रतापगढ़ में की। वहां सुनवाई नहीं हुई तो डीजीपी मुख्यालय और शासन में इसकी शिकायत की। महिला की शिकायत के बाद पूरी जांच हुई, जांच में आरोप सही पाए गए जिसके बाद उन्हें पहले निलंबित किया गया और अब उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है।