रायपुरः गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेरोजगारी भत्ता दिए जाने के एलान को भाजपा नेता अजय चंद्राकर ने चुनावी झुनझुना बताया है। उन्होंने कहा कि नए वित्तीय वर्ष का मतलब चुनावी झुनझुना है। कांग्रेस पार्टी में थोड़ी सी विश्वसनीयता है, तो दिसंबर 2018 से बेरोजगारी भत्ता दे। बजट आएगा तब तक आचार संहिता लग जायगी।
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि 2018 से (बेरोजगारी) भत्ता नहीं मिला तो घोषणा का कोई मतलब नहीं है। सरकार जन घोषणा पत्र को गंभीरता से लेती है तो 2018 से भत्ता दे। तभी बेरोजगारी के साथ न्याय होगा नहीं तो चुनावी माना जाएगा। उन्होंने सरकार के बजट की तैयारियों पर बैठक को लेकर कहा कि पूंजीगत व्यय में आज तक जितना बजट रखा जाता है, वो लैप्स हो जाता है. केवल रेवड़ी बांटने वाली समितियों के बजट पास होते हैं। मुख्यमंत्री बताएं दो साल में कितना बजट लैप्स हुआ।
अजय चंद्राकर ने कहा कि रावण जैसी घोषणा करने से कुछ नहीं होने वाला। फिल्म सिटी, बोधघाट परियोजना, दो यूनिवर्सिटी खोलने विधेयक पारित हुआ, उसका क्या हुआ, ये बताएं। आखिरी साल के बजट में चुनावी खर्चे निकलने पर चर्चा होगी।
कांग्रेस के महंगाई पर चर्चा कराए जाने पर भड़के पूर्व मंत्री अजय चंद्रकार कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने दारू टूरिज्म शुरू किया है। मिजोरम के कपल यहां आकर मस्ती करते हैं। स्कूल का मास्टर 26 जनवरी में दारू पीकर स्कूल पहुंचता है। राजधानी में माफिया सक्रिय है। मंत्रियों के संरक्षण में नशे का कारोबार हो रहा है। कांग्रेस को इस विषय पर चर्चा करनी चाहिए।