नई दिल्लीः श्रद्धा वॉकर मर्डर केस में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला अब भी पुलिस को लगातार गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। आफताब के झूठ लगातार सामने आ रहे हैं। उसने इस शातिराना तरीके से हत्या की है कि पुलिस के लिए अदालत में इस हत्या को साबित करना बड़ी चुनौती है। पुलिस के मुताबिक, उसे श्रद्धा को मारने का अफसोस नहीं है। वह लॉकअप में चैन से सो रहा है। आज उसे साकेत कोर्ट में पेश किया जाएगा।
उधर, मुंबई के वसई की पुलिस भी हैरान है कि उन्हें पूछताछ के दौरान आफताब पर जरा भी शक नहीं हुआ था और उन्होंने उसे जाने दिया। श्रद्धा के दोस्तों, परिवार और पुलिस सूत्रों से बात करके आफताब की एक ऐसे डीसेंट बॉय की छवि बनती है, जिसके कातिल होने का शक शायद ही किसी को होता। इस हत्याकांड की कड़ियां मुंबई से लेकर दिल्ली तक बिखरी हैं और उन्हें जोड़ना आसान काम नहीं है।
श्रद्धा के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से मुंबई के वसई में रहने वाले आफताब का परिवार पता बदलकर अंडरग्राउंड हो गया था। अब दिल्ली पुलिस का कहना है कि आफताब का परिवार उनके संपर्क में है।
दिल्ली में श्रद्धा का कत्ल करने के बाद वह मुंबई भी पहुंचा था और करीब 15 दिन पहले ही उसने परिवार वालों के साथ मिलकर सामान नए घर में शिफ्ट किया। उसे पता था कि अगर पकड़ा गया तो पुलिस और मीडिया परिवार को ढूंढेगा।
मुंबई में आफताब और श्रद्धा 2019 में नयागांव में रहे और फिर कुछ महीनों बाद उसने अक्टूबर 2020 में वसई में फ्लैट किराए पर लिया। इन दोनों ही जगह आफताब ने श्रद्धा को अपनी पत्नी बताया था।
आफताब ने घर के बिस्तर पर ही श्रद्धा का गला दबाकर उसकी जान ले ली थी। इसके बाद घर में उसके शव के 35 टुकड़े किए थे, लेकिन दिल्ली पुलिस हैरान है कि घर में खून का कोई धब्बा ही नहीं मिल रहा। आफताब ने पूरी तरह पक्का किया कि बिस्तर से कोई सबूत न मिले।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक खून के धब्बों को ढूंढने के लिए क्राइम सीन पर बैन्जीन नामक केमिकल फेंका जाता है. इससे जहां भी खून गिरा होता है, वह जगह लाल हो जाती है. आफताब को इस पुलिस प्रोसेस का पता था, इसलिए उसने ऐसे केमिकल का इस्तेमाल खून साफ करने के लिए किया, जिस पर बैन्जीन बेअसर है।
आफताब ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़ों को 18 पॉलिथीन बैग में बंद कर फ्रिज में रखा था। शव के टुकड़ों के साथ वो तमाम पॉलीथिन भी उसके खिलाफ अहम सबूत हैं। अब तक न तो शरीर के सभी टुकड़े बरामद हुए हैं और न ही फ्रिज में ही खून के धब्बे मिले हैं। बैन्जीन टेस्ट करने पर भी फ्रिज में खून के धब्बे नहीं मिले।
आफताब ने कबूल किया है कि उसे श्रद्धा के शव के टुकड़े-टुकड़े करने में करीब 10 घंटे लगे थे। उसने एक घंटे तक शरीर के सभी टुकड़ों को पानी से धोया। इसके बाद सभी टुकड़ों को पॉलीथिन में बंद कर फ्रिज में रखता चला गया। इस दौरान उसने ऑनलाइन खाना भी मंगवाया। काम खत्म करने के बाद वह बीयर लाया, फिर नेटफ्लिक्स पर वेब सीरीज देखी और सो गया। हालांकि, अगर वह कोर्ट में पलट गया तो इस कहानी को साबित करना बड़ी चुनौती होगी।
श्रद्धा का कत्ल करने के बाद भी आफताब फ्लैट पर किसी महिला दोस्त को लेकर आया था। वो पहले भी श्रद्धा की गैरमौजूदगी में ऐसा करता था। इस वजह से दोनों के बीच झगड़े भी होते थे। पुलिस इन लड़कियों की भी तलाश कर रही है।
पुलिस को सबूत मिले हैं कि श्रद्धा के कत्ल के बाद आफताब ने अपना पुराना फोन OLX पर बेच दिया है। इस फोन को रिकवर करने की कोशिश की जा रही है। आफताब ने अभी तक श्रद्धा के मोबाइल के बारे में भी सच-सच कुछ नहीं बताया है। महाराष्ट्र में जहां उसने फोन फेंकने की बात कही है, वहां से मोबाइल रिकवर नहीं हुआ है।
पहले भी श्रद्धा का मर्डर करना चाहा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उसने पहले मार्च में भी श्रद्धा को मारने का सोचा था, लेकिन फिर उसकी भोली सूरत देखकर इरादा टाल दिया। उसे पकड़े जाने का डर भी था। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि दिल्ली में आकर रहने से पहले श्रद्धा और आफताब हिमाचल प्रदेश के कसौल गए थे और यहां भी होटल के भीतर उनका झगड़ा हुआ था। श्रद्धा आफताब के कमरे के बाहर जाकर किसी और लड़की से बात करने को लेकर नाराज थी।
हिमाचल में ही आफताब और श्रद्धा ने तय किया था कि अब वे मुंबई नहीं लौटेंगे और कहीं और रहेंगे। इसी के बाद वे दिल्ली शिफ्ट हो गए।
हिमाचल में ही आफताब और श्रद्धा ने तय किया था कि अब वे मुंबई नहीं लौटेंगे और कहीं और रहेंगे। इसी के बाद वे दिल्ली शिफ्ट हो गए।
आफताब ने पुलिस को ये भी बताया है कि उसे भी शक था कि श्रद्धा किसी और लड़के के संपर्क में है। दोनों में बार-बार किसी ना किसी बात को लेकर झगड़ा और मारपीट होती थी, लेकिन फिर दोनों एक दूसरे को साथ निभाने का भरोसा देकर साथ रहते थे।