मरवाही: सरकारी स्कूलों के शिक्षा का स्तर आज भी ज्यों का त्यों बना हुआ है। ताजा मामला मरवाही के एक सरकारी स्कूल का है जहां बच्चे मिड डे मील खाने के बाद अपना बर्तन धोने 100 मीटर दूर तालाब जाते हैं और स्कूल के समय में ही दुकानदारों के घर में पानी भरते हैं। जब इस बाबत टीचर से बात की गयी तो उन्होंने कहा- अब नहीं भेजेंगे, गलती हो गयी।
मिली जानकारी के अनुसार मामला सेमरदर्री गांव का है। बर्तन बच्चे स्कूल में नहीं धो सकते जिसके लिए उन्हें 100 मीटर दूर तालाब में जाना पड़ता है। वहीं से बच्चे बाल्टी के जरिए दुकानदारों के घरों में भी पानी भरते हैं। जब इस बारे में बच्चों से पूछा गया तो सिर्फ इतना बोले कि महाराज जी के लिए ले जा रहे हैं। इस स्कूल में 5वीं तक ही पढ़ाई होती है।
जब बच्चों के बर्तन धोने की बात टीचर से की गयी तो उन्होंने कहा कि स्कूल के हैंडपंप से पानी देर से आता है। इसलिए बच्चों को बाहर भेजना पड़ता है। पर अब बच्चों को नहीं भेजेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी मनोज राय ने कहा कि मीडिया के जरिए उन्हें इसकी जानकारी मिली है। इस संबंध में आगे की जानकारी लेकर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।