दंतेवाड़ा: अपहृत कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मनहास को नक्सलियों ने छोड़ दिया है। मनहास जम्मू के रहने वाले हैं, नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के दौरान उनका अपहरण कर लिया गया था। आज नक्सलियों ने उनको पांच दिन बाद रिहा कर दिया।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने अगवा कोबरा जवान को छोड़ दिया है। जवान को पत्रकारों के हवाले किया गया है।बता दें कि छत्तीसगढ़ में सुरक्षाकर्मियों के एक दल पर नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया था। कल नक्सल समूह ने एक प्रेस नोट जारी किया था। जिसमें अपहृत जवान की सुरक्षा का आश्वासन दिया था। नक्सलियों ने माना था कि सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में उनके चार साथियों की जान गई है।
इससे पहले नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ सरकार से वादा किया कि वे जवान को रिहा करेंगे और रिहाई के लिए सरकार से मध्यस्थों के नाम मांगेंगे। नक्सलियों ने दावा किया था कि उनकी हिरासत में सीआरपीएफ जवान राकेश्वर सिंह मनहास हैं और वह सुरक्षित और स्वस्थ हैं।
उन्होंने कहा था कि जब सरकार उनकी रिहाई के लिए बातचीत के लिए पार्टी भेजेगी तो वे जवान को रिहा कर देंगे।
नक्सलियों ने अपने चार साथियों की मौत की बात भी स्वीकार की और सैनिकों से लूटे गए हथियारों की तस्वीरें जारी कीं। इस बीच, अपहृत जवान की पत्नी और बेटी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया था जिसमें राज्य और केंद्र सरकार से मनहास की सुरक्षित वापसी की अपील की थी।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के जोनागुड़ा गाँव के पास नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया था। सुकमा-बीजापुर सीमा पर सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 31 जवान घायल हो गए थे और 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।