जशपुर: युद्ध स्थल में तब्दील यूक्रेन की राजधानी कीव में जशपुर की एक बेटी फँसी हुई है। लगातार बम राकेट की गूंज के साथ अकेली अपने कमरे में मौजुद छत्तीसगढ़ की इस लाड़ली को मदद चाहिए लेकिन युद्धग्रस्त यूक्रेन में कीव पर क़ब्ज़े की लड़ाई जारी है, नतीजतन कहीं कोई आवाजाही फ़िलहाल संभव नहीं हो पा रही है। जशपुर की इस बच्ची का नाम प्रगति मिश्रा है जो छ वर्षीय मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन में है, यह प्रगति का पाँचवा साल है। प्रगति ने वहाँ से एक वीडियो भेजा है जिसमें उसने हालातों का ब्यौरा देते हुए भारत सरकार और छत्तीसगढ़ की सरकार से मदद माँगी है।
वहीं प्रगति के परिजन स्वाभाविक रुप से बिटिया के ख़ैरियत के लिए परेशान हैं। प्रगति के पिता व्यवसायी रामजी मिश्रा ने कहा “अभी तो बिटिया से बात हो रही है, लेकिन अब पानी सप्लाई और पॉवर सप्लाई बंद होने की ख़बर बिटिया ने दी है, ऐसे में दिक़्क़त चिंता और बढ़ेगी..हमारा आग्रह है कि जल्दी से बच्चों को सुरक्षित वापस लाया जाए” भारत सरकार के दूतावास की ओर से सभी भारतीयों से सतत संपर्क के दावे हैं लेकिन शायद ये संपर्क युद्ध में फँसे यूक्रेन में उतने प्रभावी साबित नहीं हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार के दिल्ली स्थित केंद्र का संपर्क जरुर प्रगति और उसके पिता से हुआ है लेकिन राज्य की भुमिका भारत आने पर ही शुरु हो पाएगी।