घायल चितल पहुंचा अस्पताल, हुई मौत

10 दिन पूर्व भी एक चितल का किया गया था तीर से शिकार

ग्रामीण क्षेत्रों में वन्य जिवो की घेरा बन्दी की सूचनाएं लगातार आ रही है

फारूक मेमन

गर्मी अत्यधिक बढ़ गई है जंगल में पानी की बेहद कमी होने लगी है ऐसे में वन्य जीव पानी के लिए भटकते नजर आ रहे हैं गांव के करीब आ रहे हैं और उनका शिकार होने की संभावनाएं बढ़ गई है 10 दिन पहले धवलपुर में तीर से शिकार के बाद आज पानी की तलाश में भटकते हिरण को कुत्तों ने दौड़ाया जान बचाने दौड़ लगाता चीतल धान मंडी के वरबेट फेंसिंग तार में उलझ गया उलझा ऐसा की जगह-जगह जख्म हो गए पूछ की हड्डी टूट गई किसी तरह वहां से आजाद हुआ तो भाग कर जान बचाने गोदाम में बने कमरे में छिप गया ग्रामीणों ने पकड़कर इलाज के लिए जब गरियाबंद लाया तो प्राथमिक उपचार के बाद उसे रायपुर रेफर किया जा रहा था, मगर इसी बीच घायल चीतल ने दम तोड़ दिया,बड़ा सवाल है कि इस मौत के लिए जिम्मेदार कौन हैं लाखों रुपए वन विभाग द्वारा तालाब बनाने के नाम पर खर्च किए जाने के बावजूद आखिर जंगल में पानी क्यों नहीं मिला आखिर क्यों चीतल को गांव की तरफ आना पड़ा, ऐसी घटना दोबारा ना हो इसके लिए वन विभाग कोई प्रयास कब करेगा, आखिर वन्यजीवों की मौत का सिलसिला कब रुकेगा

गरियाबंदः इन दिनों गरियाबंद क्षेत्र में लगातार चितल के शिकार होने की घटनाएं सामने आ रही है हालांकि वन विभाग इस पर अंकुश लगाने के प्रयास में जुटी है किंतु फिर भी सफलताएं कम मिल रही है दरसल लाक डाउन की स्थिति में वन्य जिव लगातार गांव के करीब पहुंच रहे हैं जिससे ग्रामीणों को घेरा बन्दी करने में आसानी हो रही है बीते 10 दिन पूर्व भी धबलपुर के पास इसी तरह की एक चीतल को तीर से शिकार कर उसे खत्म किया गया था

आज पुनः एक घायल चीतल जंगलों की ओर से दौड़ते हुए धवलपुर परीक्षेत्र के मंडी परिसर में निर्माण हो रहे मकान में जा घुसा जहाँ कुत्तै लगातार उसका पिछा करते रहे किसी तरह ग्रामीणों ने उसे बचाया और वन विभाग को सूचना दी जहाँ से घायल चितल को किसी तरह गरियाबंद पशु चिकित्सालय लाया गया जहां उसका इलाज जारी किया गया किंतु इलाज के दौरान उक्त चीतल की मौत हो गई इस संबंध में धबलपुर के ग्रामीणों से चर्चा करने पर वे कहते हैं कि बीते कुछ समय से लगातार शिकार की घटनाएं सुनने को मिल रही है समय-समय पर वन विभाग कार्यवाही भी कर रहा है किंतु लाकडाउन के चलते अब वन्यजीव लगातार गांव के करीब पहुंचने लगे और

वहीं दूसरी ओर गर्मी बढ़ने से भी वन्यजीव पानी की तलाश में गांव के करीब पहुंच रहे हैं ऐसी स्थिति में ग्रामीणों के द्वारा घेरा बन्दी करने में बड़ी आसानी हो रही है इसी तरह की घटना लगभग 10 दिन पूर्व धबलपुर के पास नदी में भी हुई थी जहां से चितल का शव बरामद हुआ था इस प्रकरण पर वन विभाग ने 2 लोगों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए उन्हें हिरासत में भी लिया था

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