- शहर में पढ़ाई करने के लिए आने वाले विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
- भिलाई में 4 हॉस्टल बनाने शासन ने दी मंजूरी
- 7करोड़ 66 लाख 4 हजार रुपए की लागत 2-2 एकड़, जमीन पर बनेगा 4 हास्टल
रमेश गुप्ता
भिलाई: भिलाई-दुर्ग सहित पूरे दुर्ग जिले के छात्र-छात्राओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। वे छात्र-छात्राएं जो अपने बुलंद इरादे से अपने सपनों को उड़ान देना चाहते हैं। अपनी मेहनत से बेहतर कॅरियर बनाना चाहते हैं। उन छात्र-छात्राओं को महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव एक बड़ी सौगात दे रहे हैं। पढ़ने लिखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए महापौर देवेंद्र यादव शहर में 4 नए छात्रावास बनाने जा रहे हैं। 7 करोड़ 66 लाख 4 हजार रुपए की लागत से चोरों छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। प्रत्येक छात्रावास 2-2 एकड़ जमीन पर बनेगी। जहां छात्र छात्राओं के रहने के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होगी।
ताकि गांव से आए विद्यार्थी यहां रह कर अपनी पढ़ाई पूरी कर सके और अपने सपने और अपने कॅरियर को गढ़ सके। ऐसे छात्राओं की मदद करने के प्रयास से ही महापौर देवेंद्र यादव ने छात्रावास बनाने की योजना बनाई थी और शासन को प्रस्ताव भेज कर स्वीकृति मांगी थी। शासन ने महापौर देवेंद्र यादव के इस सार्थक प्रयास से काफी प्रभावित हुए उन्होंने जल्द ही स्वीकृति दे दी है।
आज इस विषय को लेकर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती प्रिंयवदा रामटेके ने भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव से चर्चा की। महापौर ने बताया कि प्रियदर्शनी सुपेला में चयनित 2 कन्या छात्रावास का भवन बनाया जाएगा। इसी प्रकार 2 बालक छात्रावास का भवन जवाहन नगर स्पोर्ट्स परिसर के पीछे बनाया जाएगा।
प्रियदर्शनी और जवाहर नगर में बनेगा छात्रावास
नगर निगम भिलाई क्षेत्र में भिलाई नगर विधायक व महापौर देवेंद्र यादव जी की पहल से एक साल 4 पोस्ट मैट्रीक छात्रावास बनाने की स्वीकृति मिली है। इसमें पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास, पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास बनाया जाएगा। साथ ही पोस्ट मैट्रिक पिछड़ा वर्ग बालक छात्रावास और पोस्ट मैट्रिक पिछड़ा वर्ग कन्या छात्रावास बनाया जाएगा।
2-2 एकड़ में बनेगा छात्रावास
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्रालय नया रायपुर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व भिलाई को पत्र दिया है। जिसमें साफ निर्देश दिया है कि चारों पोस्ट मैट्रिक छात्रावास होंगे। ये प्रत्येक छात्रावास 2 एकड़ जमीन पर बनाई जाएगी। इसके लिए शासन ने 7 दिन के अंदर चारों छात्रावास के लिए 2-2 एकड़ की जमीन तलाश कर नक्शा, खसरा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
छात्राओं की सुविधाएं मिलेंगी
महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव का कहना है कि बाहर से जो छात्र-छात्राएं यहां पढ़ाई करने आते है। उन्हे हास्टल नहीं मिलने से बहुत परेशानी होती है। कई गरीब परिवार के बच्चे अपनी आगे की पढ़ाई भी इसी कारण से पूरा नहीं कर पाते। इसलिए उन्होंने हास्टल बनाने की योजना बनाई। जिस पर स्वीकृति मिल गई और पूरी उम्मीद है कि जल्द ही इसका निर्माण करके छात्र-छात्राओं को इसकी लाभ पहुंचाया जाएगा।