बैंग्लुरू:
कर्नाटक कैडर के IAS अफसर बीएम विजय शंकर को करोड़ों के घूसखोरी मामले में गिरफ्तार किया गया है। कर्नाटक के आईएमए ग्रुप पोंजी घोटाले में एसआईटी जाच में बंगलूरू अर्बन डिस्ट्रिक के डिप्टी कमिश्नर बीएम विजय शंकर का नाम आया था। विजय शंकर पर आईएमए के संस्थापक मोहम्मद मंसूर खान से 1.5 करोड़ रुपये लेने का आरोप है। खान ने बेहतर ब्याज का लालच देकर 40,000 निवेशकों खासकर मुस्लिमों से अरबों रुपये ऐंठ लिए और बाद में विदेश भाग गया।
आईएएस अधिकारी ने कंपनी के कामकाज को लेकर आरबीआई के राज्य सरकार से जांच करने को कहने के बाद उसके पक्ष में रिपोर्ट देने के एवज में घूस की मांग की। इस गिरफ्तारी के साथ इस मामले में पकड़े गए लोगों की संख्या पांच पहुंच गई है। इस जांच दल के अलावा प्रवर्तन निदेशालय अलग से इस मामले की जांच कर रहा है और उसने अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बीजेड जमीर अहमद खान से पूछताछ की है। भाजपा इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर चुकी है। निदेशालय आईएमए समूह की कंपनियों और मोहम्मद मंसूर खान के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज कर चुका है।