नई दिल्ली:
पहली छमाही (जनवरी-जून) में आठ प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री 4% बढ़ी है। इस दौरान कुल 1.29 लाख घर बिके। जबकि, 2018 की पहली छमाही में 1.24 लाख घर बिके थे। प्रॉपर्टी कंसल्टेंट नाइक फ्रैंक ने मंगलवार को इंडिया रिएल एस्टेट रिपोर्ट जारी की। इसके मुताबिक अफोर्डेबल हाउसिंग की मांग में ज्यादा इजाफा हुआ है।
अनसोल्ड इन्वेंट्री में 9% कमी आई
बिना बिके घरों का स्टॉक में 9% कमी आई है। इनकी संख्या घटकर 4 लाख 50 हजार 263 रह गई है। जनवरी-जून में एनसीआर में घरों की मांग में सबसे ज्यादा 10% इजाफा हुआ है।
शहर जनवरी-जून बिक्री (यूनिट) इजाफा
एनसीआर 19,852 10%
बेंगलुरु 28,225 9%
पुणे 17,364 6%
चेन्नई 8,979 5%
मुंबई 33,731 4%
अहमदाबाद 8,212 2%
हैदराबाद 8,334 बदलाव नहीं
नाइट फ्रैंक इंडिया से सीएमडी शिशिर बैजल के मुताबिक सरकार की ओर से इन्सेंटिव दिए जाने की वजह से अफोर्डेबल घरों की मांग बढ़ी। इसका असर पूरी बिक्री पर हुआ।
हालांकि, कोलकाता में इस साल जनवरी-जून तक घरों की बिक्री 30% घटकर 4,588 यूनिट रह गई। रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम बंगाल हाउसिंग इंडस्ट्री रेग्युलेटरी अथॉरिटी की ओर से प्रक्रिया में देरी और डेवलपर्स की नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों पर निर्भरता की वजह से बिक्री में कमी आई है।
मुंबई, पुणे और चेन्नई में जनवरी से जून के बीच घरों की कीमतें पिछले साल की पहली छमाही के मुकाबले क्रमश: 3 फीसदी, 4 फीसदी और 3 फीसदी कम हुई हैं। जबकि, हैदाराबाद में 9% इजाफा हुआ है।