नई दिल्ली:
कनार्टक में एच डी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन सरकार का संकट सोमवार को उस समय और गहरा गया जब निर्दलीय विधायक एवं मंत्री एच नागेश ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। वहीं कांग्रेस ने इस मामले में लोकसभा में उठाया तो केन्द्र सरकार की तरफ से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया।
लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कर्नाटक में जो हो रहा है उससे हमारी पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी कभी खरीद-फरोख्त में शामिल नहीं रही है। उन्होंने कहा कि हम संसदीय लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस्तीफे देने की प्रवृत्ति कांग्रेस में राहुल गांधी द्वारा शुरू की गई थी, यह हमारे द्वारा शुरू नहीं किया गया था। उन्होंने खुद लोगों से इस्तीफे जमा करने के लिए कहा, यहां तक कि वरिष्ठ नेता भी इस्तीफे सौंप रहे हैं।
कांग्रेस और जेडीएस के 13 विधायक पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। इस्तीफा देने वालों में 10 कांग्रेस से और तीन जेडीएस के विधायक हैं। इस्तीफा देने वाले विधायकों में अधिकतर इस समय मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं। नागेश के गठबंधन सरकार से इस्तीफा देने के बाद कुमारस्वामी की 13 माह पुरानी सरकार के अल्पमत में आने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
नागेश ने राज्यपाल वजूभाई आर वाला से सोमवार को मुलाकात कर गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने का पत्र उन्हें सौंपा। राज्यपाल ने इसे तुरंत स्वीकार कर लिया। मुलबागल से विधायक नागेश ने पत्र में लिखा, “मैं इस पत्र के माध्यम से आपको सूचित करना चाहूंगा कि मैंने एच डी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। इसे देखते हुए आप उचित कार्रवाई कर सकते हैं।”
गठबंधन सरकार में कुमारस्वामी ने नागेश के अलावा राणेबेन्नूस सीट से निर्दलीय विधायक आर शंकर को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया था जिससे कि उनकी सरकार स्थिर बनी रहे।