GARIYABAND | पोषण अभियान के तहत जिला को मिला द्वितीय पुरस्कार

  • मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान बना कुपोषण मुक्ति में सहायक
  • चार माह में 1834 बच्चे कुपोषण से बाहर आए

गरियाबंद: मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान जिले के चिन्हांकित कुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने में सहायक बनी है। अभियान के अंतर्गत जिले में चिन्हांकित गंभीर कुपोषित बच्चों व एनीमिक महिलाओं को अतिरिक्त पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। पोषण अभियान के अंतर्गत गतिविधियों के बेहतर क्रियान्वयन हेतु गरियाबंद जिला को राज्य में द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया है।

कलेक्टर श्याम धावड़े के मार्गदर्शन में अधिकारियों द्वारा अभियान को मिशनमोड में लिया गया है। जिले में जिला प्रमुख अधिकारियों को पंचायतवार अभियान की सफलता का दायित्व सौंपा गया है। कलेक्टर के निर्देश पर अधिकारी संबंधित पंचायत अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों का सतत् माॅनिटरिंग कर रहे हंै। चिन्हांकित कुपोषित बच्चों के अभिभावको को नियमित रूप से पौष्टिक आहार हेतु गांव के आंगनबाड़ी केन्द्र में उपस्थिति सुनिश्चित कराने प्रोत्साहित कर रहे हैं। इतना ही नहीं अधिकारी स्वयं, समाजसेवी संस्थाएं, गांव के सभ्रांत नागरिक व जनप्रतिनिधियों द्वारा कुपोषित बच्चों को गोद लेकर उनके लिए अतिरिक्त पौष्टिक पोषण आहार यथा दूध, अण्डा एवं फलों की व्यवस्था की गई है।

प्रशासन के इस अभिनव पहल से सुखद परिणाम सामने आने लगा है। अभियान के शुभारंभ तिथि 02 अक्टूबर 2019 से विगत चार माह में जिलेे के चिन्हांकित 10226 कुपोषित बच्चों में से 1834 बच्चे कुपोषण से बाहर आए है। जिले को कुपोषण मुक्त बनाने जिला/विकासखंड/ग्राम पंचायत स्तर पर निगरानी समिति का गठन किया गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में नवाचार कार्यक्रम हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं  कुपोषित बच्चों की निगरानी व मुल्यांकन हेतु रिपोर्टिंग फाॅरमेट तैयार किया गया है।

ये भी पढ़ें :-  आज फिर खून से रंगा NH, बाइक सवार की हुई मौत

स्थानीय स्तर पर उपलब्ध भोज्य पदार्थो की उपयोगिता व महत्ता को प्राथमिकता दी गई है। समुदाय आधारित गतिविधि के साथ गांवों में सुपोषण चैपाल आदि का आयोजन किया जा रहा है। ज्ञात हो कि जिले में 02 अक्टूबर 2019 तक शून्य से तीन वर्ष के कुल कुपोषित बच्चों की संख्या 4742 तथा तीन से छः वर्ष तक के कुपोषित बच्चों की संख्या 5484 थी। इस प्रकार कुल 10226 कुपोषित पाये गए थे, जिसमें 1834 बच्चे को कुपोषण से मुक्ति मिल गई है। कलेक्टर श्याम धावड़े ने बताया कि भारत सरकार द्वारा पोषण अभियान अंतर्गत गतिविधियों के बेहतर क्रियान्वयन हेतु प्रदेश में गरियाबंद जिले को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है। आगामी 8 मार्च को राज्य स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति पत्र व मैडल प्रदान किया जायेगा।

खबर को शेयर करें