धमतरी: लोगों को फोन लगाकर खुद को बैंक मैनेजर बताना, खाते का गोपनीय कोड पूछकर रकम पार कर देना, अब ऑनलाइन ठगी का ये पैंतरा पुराना हो चुका है. ठगों ने अब खुद को सरकारी अधिकारी और कर्मचारी बताकर लोगों को अपने निशाने पर लेना शुरू कर दिया है. ऐसा ही छत्तीसगढ़ के धमतरी में एक अनोखा ठगी का मामला आया है, जहां फोन पर कलेक्टर बनकर सरपंच-सचिव से ठग ने रकम ऐंठ लिए.
धमतरी जिले के कुरुद जनपद में आने वाले अटंग पंचायत के सरपंच और सचिव को ठगों ने अपने जाल में फंसाकर 20 हजार रुपए अपने खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए. हाल ही में धमतरी में नए कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने पदभार संभाला है. ठगों ने अटंग पंचायत के सचिव मन्नू लाल और सरपंच रोशन लाल को फोन लगाकर खुद को कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी बताया. पंचायत के फाइल और कामकाज में गड़बड़ी की बात की. फिर जनता से मिली शिकायत का हवाला देकर कार्रवाई करने की बात कही.
इसके बाद ठग ने कार्रवाई रोकने के नाम पर फौरन रकम की मांग की. डरे सहमे सचिव और सरपंच ने तुरंत ही बताए गए अकाउंट नम्बर पर 20 हजार डाल दिए. बाद में जब दोनों को ठगे जाने का पता चला तब पूरे मामले की जानकारी पंचायत विभाग को दी. इस मामले में धमतरी कलेक्टर ऋतू राज रघुवंशी ने कुछ भी बयान देने से इनकार कर दिया. अब देखना होगा कि पंचायत विभाग कब तक उस गंभीर मामले पर एफआईआर करवाता है.
बता दें कि ठगी से बचने पुलिस बार-बार अभियान जरूर चलाती है. इसके बाद भी नए-नए पैतरों के साथ ठग अपना काम कर ही जाते हैं. लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. अनजान व्यक्ति को अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों के सम्बंध में नहीं बताना चाहिए.