नारायणपुर : छत्तीसगढ़ में सबसे पिछड़ा क्षेत्र कहे जाने वाले नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के बच्चे अपने जिले के साथ-साथ पूरे प्रदेश का नाम रौशन कर रहे हैं. यहां के बच्चे मलखंब प्रतियोगिता में अपने उम्दा प्रतिभा का जौहर दिखाकर पूरे हिंदुस्तान में नारायणपुर जिले का नाम रौशन कर रहे हैं.
10 वर्ष से लेकर 20 वर्ष से कम आयु तक के आदिवासी बच्चों ने मलखम्भ प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल्स की झड़ी लगा दी है और पूरे देश में नया खिताब भी हासिल कर लिया है. वहीं इसी जिले के नक्सल प्रभावित गांव आदेर की एक 9 वर्षीय बालिका भी जल्द ही मध्यप्रदेश के उज्जैन में होने वाले खेलो इंडिया गेम्स में भाग लेने वाली है.
खास बात यह है कि 9 साल की आदिवासी बच्ची हिमांशी उसेंडी अपने से दुगनी उम्र के खिलाड़ियों के सामने अपना हुनर दिखाने वाली है. यह पहला मौका है जब 9 साल की कोई नन्हीं बच्ची मलखम्भ में 16 और18 साल की छात्राओं के साथ प्रतिभागी बन रही है. जिसको लेकर नारायणपुर जिला प्रशासन के साथ ही मलखंब संघ के प्रदेश अध्यक्ष पीसी शुक्ला और पूरे प्रदेश के साथ-साथ बच्ची के पालकों में भी काफी खुशी का माहौल है.
खेलो इंडिया गेम्स में दिखाएंगी अपना हुनर
दरअसल नारायणपुर शहर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित आदेर गांव की रहने वाली 9 वर्षीय हिमांशी उसेंडी पिछले 2 सालों से मलखंभ में अपना जौहर दिखा रही हैं. कक्षा पांचवी में पढ़ने वाली हिमांशी को जब मलखम्भ में अपना हुनर दिखाते हुए देखा गया तो उसके बाद तुरंत उसका चयन मध्यप्रदेश के उज्जैन में 6 से 11 फरवरी तक होने वाले खेलो इंडिया गेम 0.5 में हुआ, बालिका समूह में छत्तीसगढ़ से 9 वर्ष की यह पहली छात्रा है जो अपने से दुगनी उम्र के खिलाड़ियों के साथ सीनियर वर्ग के प्रतियोगिता के लिए चुनी गई है.
बता दें कि हाल ही के राज्य प्रतियोगिता और खेलो इंडिया ट्रायल गेम्स में भी हिमांशी प्रथम स्थान हासिल करके बालिका समूह के टीम में जगह बनाने में सफल रहीं. हिमांशी उसेंडी के पिता मंगलू राम उसेंडी की तीन बेटियां हैं, जबकि एक भतीजी है और इनमें से 2 बेटियां खेलो इंडिया गेम्स में मलखम्भ के लिए चुना गई हैं. जो कि 6 फरवरी को मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर के माधव सेवा न्यास हॉल में होने वाले खेलो इंडिया गेम्स में अपना जौहर दिखाएंगी.
अबूझमाड़ के खिलाड़ियों ने किया नाम रौशन
मलखम्भ संघ के प्रदेश अध्यक्ष पीसी शुक्ला ने बताया कि छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ कहे जाने वाले नारायणपुर जिले से पिछले 10 सालों से लगातार मलखम्भ में आदिवासी बालक बालिकाएं अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं. खास बात यह है कि यहां के बालक बालिकाओं ने कई बार खेलो इंडिया गेम्स में और अन्य राष्ट्रीय खेलों में मलखम्भ और दूसरे खेलों में गोल्ड मेडल जीतकर नारायणपुर जिले और छत्तीसगढ़ का पूरे हिंदुस्तान में नाम रौशन किया है.
वहीं 9 साल की हिमांशी उसेंडी की मलखम्भ में प्रतिभा देखकर सभी दंग रह गए हैं और उन्हें उम्मीद है कि मध्य प्रदेश के उज्जैन में होने वाले खेलों इंडिया गेम्स में भी जरूर हिमांशी प्रथम स्थान प्राप्त करेगी.