बिलासपुर: दुष्कर्म के प्रयास में सफल नहीं होने पर एक कुकर्मी जेठ ने अपनी गर्भवती बहू की हत्या कर दी। वह नशे में चूर था और विरोध करने पर घूंसों से नाक मुंह को मौत होते तक मारा और आराम से घर में आकर सो गया। नव विवाहिता का दिव्यांग पति वारदात के ठीक पहले नागपुर जाने के लिए निकला था। घर में अकेली थी और इसका वह फायदा उठाने की कोशिश की। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की है। इंदु चौक निवासी सत्या सिंह पति पीटर सिंह (20) अपने पति के साथ घर के बाहर ही ठेले में दाबेली बेचा करती थी।
पति पत्नी एक कमरे में जबकि उसके परिवार के बाकी सदस्य बाजू के कमरे में रहते थे। सत्या के पति आपस में चार भाई होते हैं पर दो ही यहां रहते थे। इनमें एक पीटर था। दूसरा आरोपी प्रकाश सिंह और तीसरा का नाम आकाश सिंह है। आकाश दो दिन पहले तखतपुर चला गया था। लूईस नाम का बड़ा भाई है, कोरिया जिले में रहता है। बाजू वाले कमरे में सत्या का जेठ प्रकाश सिंह तथा मामा का बेटा बंटी व चाचा रहते थे। सत्या सिंह गर्भवती थी। उसके पेट पर 7 माह का बच्चा था। मंगलवार की सुबह बिस्तर पर उसकी रक्तरंजित लाश मिली।
पुलिस ने सत्या के जेठ प्रकाश से पूछताछ की तो पहले तो वह किसी तरह की वारदात में शामिल होने से इनकार करता रहा। कड़ाई बरतने पर वह टूट गया। बताया रात को वह अधिक शराब पीकर आया था। नशे में था। 9 माह पहले पत्नी के छोड़कर चले जाने के बाद सत्या पर उसकी बुरी नजर थी। दिव्यांग भाई के जैसे ही नागपुर जाने घर से निकला तो उसे मौका मिला और चुपचाप सत्या के कमरे में घुस गया और भीतर से सिटखनी लगा दी। सत्या जाग रही थी। उसने इरादा भांप लिया। शोर मचाया तो प्रकाश ने उसका मुंह दबा दिया। उसे डर सताने लगा कि वह बाहर निकलकर सभी को उसके बारे में बताएगी। इससे और दर गया और सत्य को मौत के घात उतार दिया।