RAIPUR | छत्तीसगढ़ की राजनीति से क्या रमन सिंह की हो जाएगी छुट्टी? जानें सियासी गलियारों में क्या हो रही है चर्चा

रायपुर: पिछले कुछ दिनों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में विस्तार को लेकर चर्चा चरम पर है. खासकर जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, वहां के बीजेपी नेताओं को केंद्रीय मंत्रीमंडल में जगह देने की लेकर चर्चा सुर्खियों में है. साल 2023 में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) विधानसभा चुनाव भी होना है. ताजा अपडेट के मुताबिक छत्तीसगढ़ के नेताओं को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलने की चर्चा तेजी से चल रही है. इसके अलावा, राजनीतिक गलियारों में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह (Raman singh) को भी दिल्ली भेजने की चर्चा हो रही है. इसपर रमन सिंह ने बड़ा बयान दिया है.

पिछले एक सप्ताह से छत्तीसगढ़ के 9 लोकसभा सांसदों में से कई सांसदों ने दिल्ली दौरा किया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी दिल्ली दौरे पर गए थे.

केंद्रीय कैबिनेट में किसको मिलेंगी जगह
दिल्ली दौरे के पीछे की वजह ये बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में छत्तीसगढ़ के नेताओं को मौका मिल सकता है. खासकर, शीर्ष नेतृत्व इस विषय पर ध्यान दे रही है कि 2023 यानी इसी साल के अंत में राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले है तो एससी, एसटी और ओबीसी को साधने के लिए उसी वर्ग के नेताओं को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिले.

रमन सिंह ने दिल्ली जाने से किया इनकार
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सबसे ज्यादा चर्चा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नाम को लेकर है. कांग्रेस ने तो रमन सिंह को बधाई देना भी शुरू कर दिया है. इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन ने पहली बार अपना पक्ष मीडिया के सामने रखा है. शनिवार को रायपुर में रमन सिंह ने मीडिया से कहा कि मैं छत्तीसगढ़ में अच्छा लगता हूं. छत्तीसगढ़ मुझे अच्छा लगता है. अभी दिल्ली जाने का कोई इरादा नहीं है. रमन सिंह ने आगे कांग्रेस के बधाई पर जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस नेता यही चाहते है. वहीं, राज्य में दूसरे नेताओं को केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिलने के सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि ऐसे बहुत लोग हैं, जिन्हें स्थान मिल सकता है.

कांग्रेस ने कहा – रमन सिंह इज्जत ढकने की कर रहे हैं कोशिश
इधर, कांग्रेस ने रमन सिंह के दिल्ली नहीं जाने के बयान पर कहा कि बीजेपी रमन सिंह का चेहरा सामने रखना नहीं चाहती है. इसलिए रमन सिंह अपनी इज्जत ढकने की कोशिश कर रहे है. कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीजेपी उनको दिल्ली जाने से रोक रही है. बीजेपी को ये मालूम है की रमन सिंह को राज्य से बाहर करेंगे तो लोगों को पता है कि छत्तीसगढ़ भ्रष्टाचार के मामले में बीजेपी की दुर्गति हो गई है.देश के दूसरे राज्य जाएंगे तो उनको पूछा जाएगा, इतना पैसा कहा से कमाया? आपने कैसा शासन चलाया था कि विपक्ष के पूरे नेता मार दिए गए? इसका आपने जांच नहीं करवाया. यही वजह है कि रमन सिंह का चेहरा बीजेपी सामने नहीं रखना चाहती है. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली, लेकिन वो आज तक कहीं नहीं गए.

पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी बीजेपी!
गौरतलब है कि इस साल के अंत में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव होने वाले है. इसमें बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है. पिछले 5 उपचुनाव में बीजेपी की करारी हार ने पार्टी नेतृत्व को लगातार बदलाव करने पर मजबूर किया है. राज्य में पिछले 4 साल में 3 प्रदेश अध्यक्ष और 3 प्रदेश प्रभारी बदल चुके है. अब राज्य में बीजेपी किसी एक नेता के चेहरे पर चुनाव लड़ने को लेकर भी पीछे हट रही है. केवल प्रधानमंत्री के चेहरे के सहारे बीजेपी राज्य में चुनाव लडना चाहती है.

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