RAIPUR | PCC चीफ पर धरमलाल कौशिक ने साधा निशाना, कहा- कांग्रेस सरकार अपनी सत्ता में आखिर किसे संरक्षण दे रहे हैं

रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को अब लगभग एक साल से भी कम समय रह गया है। लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले सियासी गलियारों में पारा गरमाने लगा है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि लगातार भाजपा कांग्रेस के बड़े नेता छत्तीसगढ़ के दौरे पर आ रहे हैं। इसी बीच पूर्व नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता धरमलाल कौशिक ने कई अहम मुद्दों को लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार और पार्टी पर निशाना साधा है।

धरमलाल कौशिक ने मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा कि राहुल गांधी हाथ जोड़ो अ​भियान चलाते रहें, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री तो विश्व जोड़ने का काम कर रहे हैं। G20 सम्मेलन में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिंदुस्तान आएंगे। एक कार्यक्रम छत्तीसगढ़ में भी आयोजित किया गया है। हम दर्शनीय स्थल, ऐतिहासिक पौराणिक स्थलों को दिखाएंगे।

वहीं, उन्होंने पीसीसी चीफ के धर्मांतरण वाले बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि हमें लोगों को भड़काने और धमकाने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस की सरकार सत्ता में है यह क्या कर रहे हैं? किसे संरक्षण दे रहे हैं? पहले ये बताएं। बता दें कि पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस बीजेपी के 15 साल बनाम 5 साल को लेकर जनता के बीच जाएगी। बीजेपी की 15 साल की नाकामियां गिनाएंगे, बीजेपी के 15 साल से हमारा 5 साल भारी होगा..हम 5 साल की उपलब्धियों को जनता को बताने में सफल होंगे।

उन्होंने 15 बनाम 5 साल के मुद्दे पर कहा कि ये सड़के बनवा नहीं पा रहे हैं, वादाखिलाफी में उतर आए हैं। शराबबंदी को लेकर कमेटी की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई, बोधघाट परियोजना केवल जनता को दिखाते रहे। ये किस तरह से बोल रहे है 15 साल बनाम 5 साल ? हमने 15 साल में जो बिल्डिंग बनाई थी, ये उसकी मरम्मत, पुताई नहीं करवा पाए।

धरमलाल कौशिक ने संसद कमिटी के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर कहा कि किसी ना किसी प्रतिनिधिमंडल का यहां पर दौरा होना चाहिए। यहां की चीजों को देखते रहना चाहिए। ट्राइबल को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर और क्या किया जा सकता है? जितने भी कमेटी आएंगे उनका हमे स्वागत करना चाहिए। उन्होंने निष्क्रिय लोगों को पार्टी से हटाने के सवाल पर कहा कि ये पार्टी की एक सतत प्रक्रिया है परिवर्तन होते रहते हैं। परिवर्तन पहले भी होते रहे हैं, पार्टी सोच समझकर तय करती है।

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