जगदलपुरः कोरोना के नए वेरिएंट BF-7 को लेकर पूरे भारत में भी सतर्कता बरती जा रही है. साथ ही एक बार फिर से मास्क का उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की गाइडलाइन जारी की जा रही है. वहीं छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में अभी भी कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर लापरवाही बरती जा रही है.
जानकारी के मुताबिक बस्तर जिले से लगे पड़ोसी राज्य उड़ीसा में कोरोना के नए वेरिएंट BF-7 से संक्रमित मरीज मिलने की पुष्टि हुई है. इसके बाद भी अब तक बस्तर में इसको लेकर कोई एहतिआत नहीं बरता जा रहा है. आलम यह है कि सीमाओं पर न चेक पोस्ट और न ही कोई कर्मचारी तैनात है.कोविड जांच के लिए किसी टीम की ड्यूटी नहीं लगाई गई है.यही हाल सुकमा जिले से लगे पड़ोसी राज्य तेलंगाना का है.
बॉर्डर पर भी किसी तरह की कोई कोविड जांच नहीं
यहां के बॉर्डर पर भी किसी तरह की कोई कोविड जांच नहीं की जा रही है और न ही संदिग्धों पर नजर रखने का कोई प्रयास किया जा रहा है. बस्तर संभाग के सात जिलों में सभी जिलों के अलग-अलग छोर पर कुल चार राज्यों की सीमा लगी हुई है, लेकिन किसी भी सीमा पर कोरोना को लेकर सावधानी नहीं बरती जा रही है.
प्रशासन बरत रहा लापरवाही
दरअसल छत्तीसगढ़ का बस्तर 4 राज्यों से लगा हुआ है. बड़ी संख्या में इन चारों राज्यों से लोगों का आना जाना लगा रहता है. खासकर नए साल का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक इन सीमाओं से बस्तर तक पहुंच रहे हैं. वहीं उड़ीसा में कोरोना के नए वेरिएंट का एक मरीज मिला है. इसके बाद भी बस्तर जिला प्रशासन कोई सबक लेता दिखाई नहीं दे रहा है. यही वजह है कि सीमाओं पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं और ना ही अब तक कोविड जांच के लिए कोई टीम गठित की गई है. राज्य शासन द्वारा कोविड जांच बढ़ाने के आदेश जारी करने के बाद भी बस्तर संभाग के सीमाओं पर इसका पालन होता नजर नहीं आ रहा है.
कोरोना के नए वेरिएंट के फैलने का खतरा
इससे कोरोना के नए वेरिएंट के फैलने का खतरा बना हुआ है. कोरोना की तीसरी लहर में भी बड़ी संख्या में उड़ीसा में मरीजों की मिलने की पुष्टि हुई थी.उस वक्त भी बस्तर में इस तरह की लापरवाही बरती गई थी.नतीजन बस्तर जिले के साथ-साथ बस्तर संभाग में बड़ी संख्या में कोरोना के तीसरे लहर की चपेट में लोग आए थे.इसके बावजूद अब तक बस्तर की सीमाओं में बनें चेक पोस्ट पर कोरोना से सतर्कता बरतने और कोविड जांच के लिए कोई टीम तैनात नहीं की गई है.