रायपुर: छत्तीसगढ़ में आरक्षण को लेकर सियासत तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि बीजेपी आदिवासी समाज से बदला लेने के लिये आरक्षण बिल को राजभवन में साइन नहीं होने दे रही है। 2018 के विधानसभा चुनाव में आदिवासी सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी। आदिवासी समाज ने बीजेपी को नकार दिया था इसलिये आदिवासी समाज के आरक्षण में बाधा उत्पन्न कर रही है। कांग्रेस सरकार ने आदिवासी समाज सहित सभी समाजों के लिये 72 प्रतिशत आरक्षण का विधेयक पारित करवाया है। कांग्रेस सरकार को इसका श्रेय नहीं मिले इसलिये बीजेपी विधेयक रूकवा कर स्तरहीन राजनीति कर रही लेकिन बीजेपी की हकीकत जनता के सामने आ गयी है।
उन्होंने कहा कि आरक्षण संशोधन विधेयक पर कांग्रेस बीजेपी को बेनकाब करने जनता के बीच जायेगी। बीजेपी के दबाव के कारण ही राजभवन में आरक्षण संशोधन विधेयक रूका है। यह विधेयक पूरी तरह से संवैधानिक है। विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित है। इस विधेयक में राज्य के सभी वर्गों के हितों का ख्याल रखा गया है। कांग्रेस सरकार को आरक्षण लागू करने का श्रेय नहीं मिले इसलिये भाजपाई आरक्षण संशोधन विधेयक को राजभवन में रोकने रखना चाहते हैं।
बेनकाब हो गई बीजेपी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि आरक्षण के मामले में बीजेपी बेनकाब हो गयी है। भाजपा नहीं चाहती कि राज्य में आरक्षण लागू हो इसलिये बीजेपी के नेता आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर नहीं होने देने का षड्यंत्र कर रहे हैं। बीजेप नेताओं का जो बयान आ रहा है उससे लग रहा पार्टी, राजभवन की आड़ में राजनीति कर रही है। आरक्षण संशोधन विधेयक में विलंब भाजपा का साफ षड्यंत्र है।
विधानसभा में पारित होने के बाद विधेयक राजभवन हस्ताक्षर होने गया है। वहां क्यों रुका है? किसके कहने पर रुका है? यह सभी जानते हैं और समझते हैं। राजभवन राजनीति का अखाड़ा नहीं बनना चाहिये। यदि लोगों के अधिकारों पर राजनीति होगी तो कांग्रेस चुप नहीं रहेगी। जनता को हकीकत बतायेंगे। भाजपा को बेनकाब करेंगे। कांग्रेस भाजपा के आरक्षण विरोधी चरित्र को जनता के सामने बेनकाब करेगी, आंदोलन किया जायेगा। जनता को भाजपा की हकीकत बताया जायेगा।