SPORTS | अर्जेंटीना के नए मसीहा बन गए मेसी, दो साल में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में जीत लिया सबकुछ

दोहा: लियोनल मेसी ने अपने करियर में शानदार गोल किए थे। कई यादगार मैच भी खेले थे, लेकिन उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन विश्व कप के लिए बचाकर रखा था। 35 साल की उम्र में जब खिलाड़ियों को ज्यादातर टीमें बाहर कर देती हैं, उस उम्र में मेसी ने कमाल कर दिया। अब तक सर्वश्रेष्ठ विश्व कप फाइनल मुकाबले में उनकी टीम ने 2018 की चैंपियन फ्रांस को हराकर 36 साल बाद खिताब अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही मेसी अर्जेंटीना के नए मसीहा बन गए।

1986 में जब अर्जेंटीना की टीम विश्व कप जीती थी तब डिएगो माराडोना उसके मसीहा बने थे। उन्हें अर्जेंटीनी फुटबॉल प्रेमियों ने भगवान की तरह पूजा। ऐसा लगा था कि माराडोना को कोई पीछे नहीं छोड़ पाएगा। इसकी वजह भी थी कि अर्जेंटीना 1986 के बाद विश्व कप जीत ही नहीं पा रहा था। 2014 में मेसी के पास मौका था, लेकिन उनकी टीम जर्मनी से हार गई। फिर कोपा अमेरिका में हार के बाद मेसी ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया। वह क्लब स्तर पर तो सफल हुए, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फेल हो गए।

मेसी ने ले लिया था संन्यास
मेसी 2016 में विदा ले रहे थे। उन्हें मनाने के लिए पूरा अर्जेंटीना सड़क पर था। देशवासी अपने बेहतरीन खिलाड़ी को इस तरह जाते हुए नहीं देखना चाहते हैं। राष्ट्रपति तक ने मेसी से संन्यास से लौटने की गुहार लगाई। किसी तरह वह मान गए और फिर अर्जेंटीना के खेलने लगे। 2018 विश्व कप में मेसी की टीम प्री-क्वार्टर फाइनल इसी फ्रांस के खिलाफ हारी थी। मेसी फिर अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल को छोड़ना चाह रहे। टीम के नए कोच लियोनल स्केलोनी और असिस्टेंट कोच पाब्ले आइमर ने उन्हें खेलने के लिए राजी किया और उसके बाद जो हुआ वह इतिहास में दर्ज हो गया।

स्केलोनी और मेसी की जोड़ी जम गई
कोच स्केलोनी ने टीम में कई बदलाव किए। उन्होंने लियोनल मेसी, एंजेल डी मारिया और निकोलस ओटामेंडी के साथ जूलियन अल्वारेज, एंजो फर्नांडीज और एमिलियानो मार्टिनेज जैसे खिलाड़ियों को जोड़ा। स्केलोनी के सामने पहली चुनौती दक्षिण अमेरिका के सबसे बड़े टूर्नामेंट कोपा अमेरिका को जीतने की थी। उन्होंने 2021 में इसमें सफलता पाई। मेसी पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर का कोई टूर्नामेंट जीतने में सफल हुए।

2021 में कोपा अमेरिका जीतने के बाद स्केलोनी और मेसी की नजर 2022 विश्व कप पर थी। सऊदी अरब के खिलाफ पहले मैच में मिली हार के बाद अर्जेंटीना ने जबरदस्त वापसी की। ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड और क्रोएशिया को हराकर टीम फाइनल में पहुंच गई। वहां एक्स्ट्रा टाइम तक 3-3 की बराबरी के बाद उसने पेनल्टी शूटआउट में फ्रांस को 4-2 से हरा दिया। अर्जेंटीना 36 साल बाद चैंपियन बन गया।

सुपरस्टार से महानतम खिलाड़ी बन गए मेसी
लियोनल मेसी का सपना आखिरकार पूरा हो गया। वह पांचवें प्रयास में चैंपियन बने। रिकॉर्डतोड़ गोल और असिस्ट के बाद उन्होंने वह हासिल कर लिया जिसका सपना हर फुटबॉलर देखता है। मेसी कोपा अमेरिका के बाद विश्व कप को भी जीतने में सफल रहे। अर्जेंटीना को डिएगो माराडोना के बाद नया मसीहा मिल गया। माराडोना की विरासत को आगे बढ़ाने वाले मेसी सुपरस्टार से महानतम खिलाड़ी बन गए। माराडोना ने विश्व कप तो जीता था, लेकिन कोपा अमेरिका नहीं जीत पाए थे। मेसी ने दोनों टूर्नामेंट को जीतकर अपने करियर को कंप्लीट किया।

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